लखनऊ। राजधानी लखनऊ के कमता तिराहे पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने यू-टर्न डिवाइडर को तोड़ने का फैसला लिया है, लेकिन विशेषज्ञों और स्थानीय नागरिकों की राय कुछ और ही इशारा कर रही है। ट्रैफिक को आसान बनाने की जगह यह कदम आने वाले दिनों में और बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। गौरतलब है कि शहीद पथ से हाईकोर्ट और फैजाबाद रोड की ओर जाने वाले वाहनों के लिए कुछ समय पूर्व यू-टर्न डिवाइडर बनाया गया था, ताकि एक तरफ से आने-जाने वाले ट्रैफिक को नियंत्रित किया जा सके। अब उस डिवाइडर को तोड़कर सीधा मार्ग खोलने की तैयारी हो रही है। यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि बिना वैकल्पिक प्लानिंग के अगर यू-टर्न हटाया गया, तो ट्रैफिक एक साथ कई दिशाओं से बहेगा, जिससे टकराव और अव्यवस्था की संभावना बढ़ जाएगी। खासकर ऑफिस टाइम और स्कूल आवागमन के दौरान यह इलाका और अधिक भीड़भाड़ वाला हो सकता है।स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को पहले सर्वे और परीक्षण करना चाहिए, उसके बाद कोई स्थायी निर्णय लेना चाहिए। “यू-टर्न हटाने से शॉर्टकट जरूर मिलेगा, लेकिन ट्रैफिक के बहाव को कौन संभालेगा?” दृ एक दुकानदार ने सवाल उठाया।वहीं ट्रैफिक पुलिस और नगर निकाय अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल ट्रायल के तौर पर यह कदम उठाया जा रहा है। यदि समस्या बढ़ी तो आगे सुधारात्मक कदम लिए जाएंगे। जहां एक ओर कमता तिराहे पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने की मंशा है, वहीं जल्दबाजी में लिए गए फैसले से नई परेशानी भी खड़ी हो सकती है। जरूरत है तो वैज्ञानिक ट्रैफिक विश्लेषण और स्मार्ट समाधान की, जिससे आमजन को राहत भी मिले और व्यवस्था भी बनी रहे।
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