लखनऊ,। विधानसभा में बजट सत्र का 6वां दिन है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सदन में करीब 1 घंटा 5 मिनट तक संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक को लेकर सरकार से सवाल पूछा। कहा कि सरकार जनता को गुमराह करने में नंबर वन है। वहीं, 3 बजकर 50 मिनट से सीएम योगी का विधानसभा में संबोधन शुरू हुआ। उन्होंने एक-एक करके अखिलेश के लगाए आरोपों पर जवाब दिया। हम लोगों ने कोई भेद नहीं किया। अयोध्या को पिछली सरकारों ने कर्फ्यू के दायरे में रखा। लोग आस्था और जनभाव के साथ खिलवाड़ करते रहे। अयोध्या के साथ अन्याय हुआ। अन्याय का नाम लेते ही मुझे 5 हजार साल की पुरानी बात याद आती है। जब महाभारत में भी ऐसे ही किया गया था। दो न्याय दो न्याय अगर तो आधा दो पर इसमें भी यदि बाधा हो तो दे दो केवल पांच ग्राम रखो अपनी धरती तमाम हम वहीं खुशी से खाएंगे परिजन पर असि न उठायेंगे दुर्योधन वह भी दे ना सका आशीष समाज की ले न सका उलटे हरि को बांधने चला जो था असाध्य साधने चला आज यूपी में हर कोई आना चाहता है। यहां के नौजवानों को नौकरी देना चाहता है। हर व्यक्ति के मन में एक भाव था, अयोध्या हम सबको चलना चाहिए। क्योंकि, 500 सालों की लंबी लड़ाई के बाद उसका समाधान निकला। दुनिया की ये पहली घटना थी, जहां प्रभु को स्वयं की उपस्थिति के लिए प्रमाण जुटाने पड़े। हमने वचन निभाया मंदिर वहीं बनाया। सीएम ने कहा कि पहले यहां का नौजवान पहचान छिपाने के लिए मजबूर था। बाहर नौकरी नहीं मिलती थी। होटल और धर्मशालाओं में कमरे नहीं मिलते थे। लेकिन आज उत्तर प्रदेश ने 22 जनवरी 2024 की घटना को भी देखा है। पूरी दुनिया के अंदर जो सत्य और न्याय का पक्षधर है वो अभिभूत था। सीएम योगी ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा कि उन्होंने (अखिलेश यादव) सदी की सबसे बड़ी घटना पर नहीं बोला। सिर्फ इधर-उधर की बातों पर ध्यान भटकाते रहे। इनका इतिहास है कि जबरन ये अपनी बातों को दूसरों पर थोपते हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि ये सरकार न्यूज कंट्रोल करती है। अपराध कंट्रोल नहीं कर रही है। इसी का परिणाम है कि लॉ एंड ऑर्डर में… लॉ अलग चल रहा है। ऑर्डर अलग चल रहा है। जहां भाजपा सरकार के नेता शामिल है, वहां क्या? अखिलेश ने कहा कि आप कहते हैं कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म नहीं होते। बदमाश अगले चैराहे पर मार दिए जाते हैं। बीएचयू में देखिए क्या हुआ? जो पकड़े वह सभी बीजेपी आईटी सेल के मेंबर है। मुझे याद है कि कानपुर में एक मां-बेटी पर बुलडोजर चलाया। वहां वो जिंदा जला दिया गया। जब बेटा न्याय मांगने गया तो उसके कपड़े उतरवा दिए गए। यूपी में जब से बीजेपी सरकार बनी तब से नया आईआईटी नहीं आया। न ही आईआईएम बना। सरकार पेड़ों को लगाने की बहुत बड़ी गिनती बताती है। अगर अध्यक्ष महोदय जोड़े तो 100 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगा दिए गए होंगे इतनी जमीन नहीं है। जितने पेड़ लगा दिए गए हैं। 1000 एकड़ में 123000 पेड़ लगाते हैं तो बताइए की एक करोड़ पेड़ों के लिए कितनी एकड़ जमीन लगेगी? एक लायन सफारी इन्होंने बनाई है। वहां इतनी देखभाल हो रही है कि 16 जानवर वहां मर चुके हैं। अखिलेश ने सरकार से पूछा कि विश्वविद्यालयों में पीडीए के लिए क्या है? वहां जॉब में पीडीए कहां हैं? महिला आयोग में पीडीए कितना है। यूपी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में पीडीए कहां है। फिर पीडीए जाएगा कहां? भर्तियों में पीडीए सिर्फ 3 प्रतिशत है। फिर पीडीए जाएगा कहां? सरकार विश्वविद्यालय के बारे में बता रही है की ए प्लस मिला है। सरकार यह बताए कि उसमें पीडीए को कुछ मिल रहा है कि नहीं। इन यूनिवर्सिटी में पीडीए के लिए क्या है। इस तरह से कोई मतलब नहीं है। सपा प्रमुख ने कहा कि इतना करप्शन, इतनी लूट कभी नहीं हुई होगी। जीरो टॉलरेंस जीरो हो गया। किसी भी सदस्य से पूछ लीजिए। सरकार कह रही है कि जाने कितने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना दिए हैं। आजमगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट, कुशीनगर… ये सारे समाजवादियों के बनाए हुए हैं। अखिलेश ने कहा कि यूपी में जो एयरपोर्ट बन रहे हैं उन जमीन का भुगतान मार्केट वैल्यू के हिसाब से किसानों को नहीं दिया जा रहा है। सपा शासन में जो प्रोजेक्ट लगे उसमें 4 गुना मुआवजा दिया गया। आप किसानों को मुआवजा क्यों नहीं दे रहे हैं। चित्रकूट में कॉरिडोर की जमीन ली जा रही है। वह पुराने रेट पर ली जा रही है। सरकार उनको सही मुआवजा क्यों नहीं दे रही है। 500 हेक्टेयर जमीन आप लेना चाहते हैं, क्या सर्किट रेट बढ़ाकर मुआवजा नहीं देना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि सबसे ज्यादा लोकसभा सांसद यूपी से हैं। उसी वजह से देश में प्रधानमंत्री बनते हैं। तो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं आ रही हैं। आपके प्रदेश को छोड़कर दूसरे प्रदेश में क्यों जा रही है। जो उद्यमी यहां आए, वहीं वहां भी गए। उन्होंने वहां को प्राथमिकता दी। सरकार ड्रीम डेस्टिनेशन कह रही है। कहीं ये ड्रीम तो नहीं है। 40 लाख करोड़ के एमओयू हुए हैं, तो 1 करोड़ लोगों को रोजगार की बात कही जा रही है। क्योंकि, इसमें संविधान का पालन करना पड़ेगा। इसलिए सरकार नौकरी की नहीं, रोजगार की बात कह रही है। सरकार बताए कि सच्चाई में कितना निवेश आया है। इससे कितनों को नौकरी मिली है। अखिलेश ने कहा कि सरकार कहती है सबका साथ। सबका विकास। लेकिन सबका विकास सरकार नहीं चाहती है। सबको साथ लाने के लिए सामाजिक न्याय के रास्ते पर चलना होगा, जोकि बिना जातीय जनगणना के संभव नहीं है। अगर सबका साथ है, तो पीडीए के साथ भेदभाव क्यों। सरकार कम से कम अपना फॉर्मूला बताए जिससे किसानों की आय देागुनी हो जाएगी। उनके बच्चों की सेना में नौकरी छीन ली गई है। आज परिवार की चिंता की वजह से किसान आधा रह गया है। किसान सम्मान निधि में किसानों की संख्या घटाई जा रही है। किसानों को सरकार ने धोखा देने का काम किया। सपा प्रमुख ने कहा कि जब अभिभाषण को मैं सुन रहा था, तब लगा कि सरकार इतनी रफ्तार से विकास कर रही है। हमें दिख नहीं रहा है। रिपोर्ट में लिखा है कि एक दिन में दो पुल बने। कागज पर बने पुल…सारा बजट गुल। सपा प्रमुख ने कहा कि जब अभिभाषण को मैं सुन रहा था, तब लगा कि सरकार इतनी रफ्तार से विकास कर रही है। हमें दिख नहीं रहा है। रिपोर्ट में लिखा है कि एक दिन में दो पुल बने। कागज पर बने पुल…सारा बजट गुल। अखिलेश ने कहा कि जो सरकार, एक बिलियन असत्य बातें कहने के बाद भी एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी तक नहीं पहुंच सकी है। सरकारी आंकड़ों में बताया गया है कि यूपी किसमें नंबर 1 है… सबसे अधिक कार्यवाहक डीजीपी बनाने में यूपी नंबर 1 है। छुट्टा पशुओं से दुर्घटना, झूठे प्रचार करने में नंबर 1, महिलाओं के खिलाफ अपराधियों को बचाने में यूपी नंबर 1, दलित का हक मारने में नंबर 1, अपनो को नौकरी में नंबर 1, भू माफियाओं को संरक्षण देने में नंबर 1 पर है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, एक बिलियन झूठ बोलकर भी बीजेपी वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी नहीं बनाई पाई। मैं अपने परिवार के साथ दर्शनार्थी बनकर अयोध्या जाऊंगा। प्रभु श्रीराम का बुलावा आएगा तब जायेंगे। जयंत चैधरी पढ़े लिखे और समझदार हैं, वह कहीं नहीं जा रहे हैं। जयंत चैधरी बहुत सुलझे हुए इंसान हैं। राजनीति को जयंत चैधरी समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि किसानों की लड़ाई को वह कमजोर नहीं होने देंगे। न्याय यात्रा में शामिल होंगे क्या? इसपर उन्होंने कहा कि मेरे पास पत्र आया है। रायबरेली में कांग्रेस की यात्रा में शामिल होऊंगा। मनोज पांडेय ने राम सुमेर नाम के शख्स के घर एक करोड़ का बिल भेजे जाने की बात कही। जिस पर मंत्री एके शर्मा ने कहा कि राम सुमेर का बिल में बस नाम लिखा है। मोबाइल नंबर और घर का पता नहीं लिखा है। राम सुमेर नाम के जो भी व्यक्ति थे उनका जनवरी का बिल 540 रुपए था।
