लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए एनडीए में सीटों के बंटवारे पर सस्पेंस खत्म होता नजर आ रहा है। राज्य में दस सीटों पर उपचुनाव होने वाला है, अभी तक चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है। एनडीए के दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर गुत्थी सुलझ गई है।इसका संकेत निषाद पार्टी प्रमुख और योगी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद के बयान के आधार पर मिलने लगे हैं।आज बुधवार को उपचुनाव के संबंध में मीडिया से मुखातिब मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा, एनडीए मझवा और कटेहरी में निषाद पार्टी के सिंबल पर लड़ेगा। एनडीए 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एनडीए की 2 सीटों पर सहयोगी दल के सदस्य लड़ते हैं ऐसा इतिहास रहा है।हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक सीट जीते। जल्द ही 10 सीटों पर प्रभारी नियुक्त किया जाएगा।हम एनडीए को जिताएंगे।उनके बयान से स्पष्ट है, कि जिन दस सीटों पर चुनाव होने वाला है उनमें से दो सीट निषाद पार्टी को मिलेगी। गठबंधन के दल आरएलडी पहले ही पश्चिमी यूपी की सीट मीरापुर में अपनी तैयारी कर रही है।यह सीट आरएलडी विधायक के इस्तीफे के बाद ही खाली हुई है।इस वजह से यहां आरएलडी का उम्मीदवार होना तय माना जा रहा है। एनडीए गठबंधन से सुभासपा को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने के संकेत पहले ही मिल चुके हैं। ऐसे ही संकेत अपना दल एस को लेकर भी हैं, माना जा रहा है कि अपना दल को भी कोई सीट नहीं मिलेगी।बीते दिनों ही जब उपचुनाव के संबंध में सुभासपा प्रमुख और योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर टिप्पणी कर रहे थे तो उन्होंने कहा, उपचुनाव में उन्होंने किसी सीट पर अपना दावा नहीं किया है बल्कि वो एनडीए के साथ पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हम सब एनडीए के सहयोगी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में डटे हैं।उधर इंडिया गठबंधन में अभी सीटों पर पेंच फंसा है। कांग्रेस उपचुनाव के लिए पांच सीटें मांग रही है जबकि दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है लेकिन पार्टी गठबंधन के तहत दो से ज्यादा सीट देने के लिए तैयार नहीं है।
