Breaking News
Home / अंतराष्ट्रीय / स्थायी समिति सदस्य के चुनाव पर सियासत

स्थायी समिति सदस्य के चुनाव पर सियासत


दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गुरुवार को नगर निगम आयुक्त को एमसीडी की स्थायी समिति की आखिरी खाली सीट के लिए शुक्रवार को चुनाव कराने का आदेश दिया। एलजी के मुताबिक, चुनाव दोपहर 1 बजे होगा, अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र यादव चुनाव की अध्यक्षता करेंगे। हालांकि, उपराज्यपाल के आदेश पर दिल्ली में सियासत तेज है। आम आदमी पार्टा लगतार सवाल खड़े कर रही है। आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल मेयर शेली ओबेरॉय नगर निगम की स्थायी समिति की सीट के लिए चुनाव कराने की कोशिश करती रहीं लेकिन ऐसा नहीं हो सका। फिर, अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए, उन्होंने चुनाव और सदन की बैठक के लिए एक और तारीख निर्धारित की।आप नेता ने आगे कहा कि बाद में एलजी ने एमसीडी कमिश्नर को कल रात 10 बजे तक चुनाव कराने का आदेश दिया। पूरी रात बीजेपी के पार्षद वहां मौजूद रहे, जबकि आप और कांग्रेस के पार्षद नदारद रहे। अब वे एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त के अधीन दोपहर 1 बजे तक चुनाव कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में मैसी ने जो किया, वही यहां एमसीडी कमिश्नर अहविनी कुमार कर रहे हैं। एमसीडी कमिश्नर आधुनिक मैसी हैं। एक प्रशासनिक अधिकारी के नेतृत्व में निर्वाचित सदन कैसे बुलाया जा सकता है? इसीलिए कहा जाता है कि बीजेपी संविधान का सम्मान नहीं करती। उन्होंने लोकतंत्र का मजाक बना दिया है। शेली ओबेरॉय ने कहा कि एलजी के आदेश पर एमसीडी कमिश्नर ने कल रात आदेश जारी किया कि दोपहर 1 बजे स्टैंडिंग कमिटी मेंबर का चुनाव कराया जाएगा। यह आदेश अवैध एवं असंवैधानिक है। एलजी के पास सदन के कामकाज में हस्तक्षेप करने की कोई शक्ति नहीं है। इसके बाद बीजेपी ने कल सदन की कार्यवाही को 2-3 बार बाधित किया और चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की उनकी कोशिशें भी जारी रहीं। उन्होंने कहा कि इसके बाद, मुझे सदन को 5 अक्टूबर तक स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। कानूनी तौर पर चुनाव 5 अक्टूबर को ही हो सकता है. एमसीडी कमिश्नर को पत्र भेजकर बताया गया है कि कल जारी किया गया नोटिस अवैध है। आखिर बीजेपी की क्या मंशा है कि वह इस तरह से चुनाव कराना चाहती है।

About United Times News

Check Also

‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ पर केंद्र के फैसले का विरोध शुरू

🔊 पोस्ट को सुनें तमिलनाडु सरकार नो डिटेंशन पॉलिसी पर केंद्र सरकार के फैसले के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Best WordPress Developer in Lucknow | Best Divorce Lawyer in Lucknow | Best Advocate for Divorce in Lucknow
× Join With Us