अभी-अभी चौंकाने वाली खबर आई है कि लोकप्रिय मलयालम संपादक निशाद यूसुफ कोच्चि में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। ‘ कंगुवा ‘ के संपादक 43 वर्ष के थे। निषाद यूसुफ को बुधवार को सुबह 2 बजे कोच्चि के पनमपिल्ली नगर में स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाया गया। पुलिस ने अभी तक मौत का कोई कारण नहीं बताया है। जांच जारी है, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
निर्देशक संघ ने की मौत की पुष्टि
केरल फिल्म कर्मचारी महासंघ निर्देशक संघ ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर उनके निधन की पुष्टि की। फिल्म निकाय ने मशहूर संपादक की तस्वीर साझा की और मलयालम में लिखा, “फिल्म संपादक निशाद यूसुफ का निधन, जिन्होंने बदलते मलयालम सिनेमा के समकालीन भविष्य को निर्धारित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई, ऐसी बात नहीं है जिसे फिल्म जगत तुरंत स्वीकार कर पाएगा। FEFKA निर्देशक संघ की ओर से संवेदनाएं।”
जांच में जुटी पुलिस
हालांकि क्षेत्रीय मीडिया ने बताया है कि उनकी मौत आत्महत्या है, लेकिन पुलिस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। मातृभूमि की रिपोर्ट के अनुसार केरल पुलिस मौत की जांच कर रही है और किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया है।
कंगुवा फिल्म के थे एडिटर
निशाद यूसुफ मलयालम और तमिल सिनेमा में एक लोकप्रिय फिल्म संपादक थे। उन्होंने थल्लुमाला, अंडा, वन, सऊदी वेल्लाक्का और एडिओस अमीगोस जैसी अच्छी फिल्मों पर काम किया है। उन्होंने पिछले साल अपना सबसे हाई-प्रोफाइल प्रोजेक्ट साइन किया था, सूर्या और बॉबी देओल अभिनीत अखिल भारतीय फिल्म कंगुवा । यह फिल्म 14 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
सर्वश्रेष्ठ संपादक पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित
बता दें कि निशाद को साल 2022 में थल्लुमाला पर उनके काम के लिए सर्वश्रेष्ठ संपादक के राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
