राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को कहा कि आतंकवाद मानवता के सामने एक संकट बना हुआ है और उसके सभी रूपों की स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए। मुर्मू ने यह बात अंगोला के अपने समकक्ष जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लॉरेन्को के सम्मान में आयोजित भोज के दौरान कही, जो भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं।राष्ट्रपति ने अफ्रीका में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में अंगोला द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान के अनुसार, मुर्मू ने कहा कि आतंकवाद मानवता के सामने एक संकट बना हुआ है और इसके सभी रूपों की स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए।उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के मद्देनजर राष्ट्रपति लॉरेंको की सहानुभूति और समर्थन की मजबूत अभिव्यक्ति की भी सराहना की। इससे पहले दिन में, मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में लॉरेंको का औपचारिक स्वागत किया। उन्होंने अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता संभालने के लिए लॉरेंको को बधाई भी दी।मुर्मू ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को इस समूह के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया था। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि इस महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच पर अब अफ्रीकी आवाज भी सुनी जा रही है।
