ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब लग रहा है पाकिस्तान के साथ और भी ज्यादा तनाव बढ़ सकता है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से दी भारतीयों में बदले की आग सुलग रही थी जिसे ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने ठंड़ा किया है। इस हमले में आतंकियों को टारगेट किया गया और उनके ठिकानों को नष्ट किया गया। अब दोनों देखों के बीत हालात और खराब होते दिखे। भारतीय सीमाओं पर पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी तेज कर दी गयी है। अब तक 7 लोगों की पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी में जान चली गयी है और 38 से ज्यादा लोग घायल भी हो गये हैं। हालात को देखते हुए गृह मंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों को आदेश जारी कर दिया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों के मद्देनजर बुधवार को सभी अर्द्धसैनिक बलों के प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे छुट्टी पर गए अपने कर्मियों को वापस बुला लें। शाह जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ लगातार संपर्क में हैं।उन्होंने उनसे यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों से आपात स्थिति में नागरिक आबादी के आश्रय के लिए बंकरों को तैयार रखने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुखों को अपने उन कर्मियों को वापस बुलाने का निर्देश दिया जो छुट्टी पर हैं। सूत्रों के अनुसार, शाह ने देश में आंतरिक सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को सतर्क रहने तथा कड़ी निगरानी रखने को कहा।गृह मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को पहलगाम में निर्दोष लोगों की नृशंस हत्याओं के प्रति भारत का जवाब बताया। उन्होंने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कृतसंकल्प है तथा भारत आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने यह कार्रवाई की। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
