भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2005 से 2008 के बीच इसकी विदेश नीति ने कश्मीर, सर क्रीक और सियाचिन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों के आदान-प्रदान पर पाकिस्तान के साथ बार-बार बातचीत की अनुमति दी – जिससे अंततः भारत एक कमजोर, असहाय और शक्तिहीन राष्ट्र बन गया और भारतीयों की जान चली गई।निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा कि मुम्बई में पाकिस्तान ने हमला 26 नवंबर 2008 को किया। 180 लोग मरे व 300 घायल हुए,चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई। दिसंबर से बिना पाकिस्तान पर आक्रमण किए बातचीत अमेरिकी दबाव में शुरू किया या नहीं, यह वक्तव्य प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी का है लोकसभा में? उन्होंने आगे लिखा कि मुम्बई अटैक के बाद जनवरी 2009 में विदेश मंत्री की बैठक हुई या नहीं? तीसरे देश की मध्यस्थता लेकर जून 2009 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति ज़रदारी से रुस में मिले या नहीं? जुलाई 2009 में अमेरिकी दबाव में शरमल शेख मिश्र जाकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ समझौता किया या नहीं?भाजपा सांसद ने साफ तौर पर कहा कि 1989 के बाद 2005 से 2008 तक भारत व पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने 5 बार कश्मीर, सरक्रीक व सियाचिन का आदान प्रदान करने का फ़ैसला किया या नहीं?कॉग्रेस ने हमेशा भारत को पाकिस्तान के सामने एक कमज़ोर, लाचार, बेबस राष्ट्र बनाकर भारतीयों को मरवाया। उन्होंने कहा कि 2011 में फिर से मुम्बई ब्लास्ट हुआ उसमें 26 लोगों की मौत व 200 लोग घायल हुए। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर कर हमारा सर उंचा किया, वर्षों बाद पाकिस्तान बिलबिला रहा है। कॉग्रेस का हाथ पूर्णतया आतंकवादी पाकिस्तान के साथ, जनता जाए भांड में।
