बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि पार्टी नेता आकाश आनंद की राजनीतिक यात्रा के उतार-चढ़ाव और पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में उनकी हाल की नियुक्ति को लेकर कुछ बेचैनी है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष ने कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ही एकमात्र सच्ची अंबेडकरवादी पार्टी है। मायावती ने एक्स पर लिखा कि देश में बीएसपी बहुजन हित की एकमात्र अम्बेडकरवादी पार्टी है तथा पार्टी हित में लोगों पर कार्रवाई करने व पश्चताप करने पर उन्हें वापस लेने की परम्परा है। मायावती ने आगे कहा कि इसी क्रम में आकाश आनन्द के उतार-चढ़ाव व उन्हें मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने से बहुत से लोगों में बेचैनी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि अब आकाश आनन्द बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर कांशीराम जी के आत्म-सम्मान के कारवाँ को आगे बढ़ाने व उनके सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी पूरी तनम्यता व जी-जान से निभाएंगे अर्थात पार्टी को अवसरवादी व स्वार्थी लोगों की कतई जरूरत नहीं।उन्होंने कहा कि वैसे भी कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि पार्टियों के सहारे व इशारे पर चलकर बहुजनों की एकता व बीएसपी को कमजोर करने वाले बरसाती मेंढकों की तरह के संगठन व दलों के नेता चाहे निजी स्वार्थ में विधायक, सांसद व मंत्री क्यों ना बन जाएं इनसे समाज का कुछ भला होने वाला नहीं। लोग सावधान रहें। शायद उनका इशारा सांसद चंद्रशेखर रावण की ओर था। मायावती की यह टिप्पणी बीएसपी में आंतरिक फेरबदल के बीच आई है। पार्टी में वापस लाए जाने के एक महीने बाद आनंद को राष्ट्रीय समन्वयकों का प्रमुख नियुक्त किया गया।
