लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से आज राजभवन में प्रांतीय सिविल सेवा 2022 के परिवीक्षाधीन 47 प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने प्रशिक्षुओं से संवाद कर उन्हें कर्तव्य बोध के लिए प्रोत्साहित किया। उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि उचित न्याय व निर्णय के उद्देश्य के साथ प्रतिबद्धता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि जनपदों में किसानों व महिलाओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता रखें तथा राजस्व संबंधित मामलों का समय व यथाशीघ्र निस्तारण करें। साथ ही कहा सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में अवस्थित विकास खंडों का नियमित अन्तराल पर निरीक्षण करें व संबंधित कार्य, अधीनस्थों व कर्मचारियों की उपस्थिति तथा राजस्व संबंधित लंबित वादों के यथाशीघ्र निस्तारण करें। अपने क्षेत्रों के कृषकों से मिलें, उनकी समस्याएं समझे व त्वरित निस्तारण करें। किसी जनप्रतिनिधि के दबाव में आकर कोई गलत कार्य न करें। राज्यपाल जी ने राजस्व को बैकबोन बताते हुए कहा कि सभी अधिकारी ईमानदारी के प्रति संकल्पित हो एवं गतिशीलता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार की लाभकारी योजनाएं व प्रदान किये जाने वाले साधन के प्रति कृषकों को जागरूक व प्रेरित करें। राज्यपाल जी ने कहा कि जनपदों में विभिन्न विभागों से आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। राज्यपाल का स्वागत प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा तुलसी का पौधा भेंट कर किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु अधिकारियों ने परिवीक्षा अवधि में किये गये कार्यों तथा उनसे प्राप्त अनुभवों के बारे में बताया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल एस.एम. बोबडे, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी, लखनऊ के महानिदेशक कल्पना अवस्थी, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी सहित प्रशिक्षु अधिकारी मौजूद थे।
