उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे मतदान के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मनोज पांडे रायबरेली जिले के ऊंचाहार से विधायक हैं और उन्होंने कहा है कि वह भाजपा को वोट देंगे। यह घटनाक्रम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए एक झटका है। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया और मुख्य सचेतक कार्यालय के बाहर से उनकी नेमप्लेट हटा दी गयी। इसके अलावा सपा के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है। इससे राज्यसभा चुनाव में सपा के लिए मुश्किले पैदा करने वाली है। राज्यसभा चुनाव पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का बयान भी आ गया है। उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती। हर किसी पर दबाव डाला जाता है, क्या कोई ऐसा है जो नहीं जानता कि बीजेपी जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ चुनाव के दौरान भी बीजेपी बेईमान थी… जब यूपी की बात आती है तो बीजेपी ने वोट पाने के लिए सब कुछ किया और जो लोग चले गए उनमें सरकार के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत नहीं थी। कार्रवाई की जाएगी क्योंकि हमारी पार्टी के नेता चाहते हैं कि ऐसे लोगों को पार्टी से दूर रखा जाए। समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से मनोज कुमार पांडे के इस्तीफे पर पार्टी नेता जाहिद बेग ने कहा कि हो सकता है कि उसके पास समय न हो. किसी पद से इस्तीफा देना और बीजेपी से पैसा लेना दो अलग-अलग बातें हैं। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। अगर वह बीजेपी से पैसे भी लेंगे तो भी उनके पक्ष में वोट नहीं देंगे। यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मनोज पांडे हमेशा से सनातन धर्म के समर्थक रहे हैं। इसी को लेकर वह हमेशा बयान देते रहे हैं। वह चाहते थे कि सभी लोग अयोध्या जाकर दर्शन करें। यही वजह है कि वह पीएम मोदी के नेतृत्व पर भरोसा दिखा रहे हैं और ऐसा फैसला ले रहे हैं।
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