लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीटों के लिए नामांकन हो रहा है।बीते 4 मार्च से नामांकन शुरू है। 13 सीटों में से बीजेपी के नेतृत्व वाले एडीए गठबंधन की 10 सीटों पर जीत तय मानी जा रही है,जबकि समाजवादी पार्टी गठबंधन को तीन सीटों पर जीत मिलना बिल्कुल तय है। उम्मीदवारों के नाम को लेकर बीजेपी में मंथन जारी है।सूत्रों की माने तो बीजेपी इस बार एमएलसी चुनाव में नए चेहरों को मौका देने की तैयारी कर रही है। पार्टी अपने सहयोगियों को भी तवज्जो देगी। सूत्रों के मुताबिक मोहसिन रजा, अशोक धवन, अशोक कटारिया, बुक्कल नवाब, विद्यासागर सोनकर, डॉ. सरोजिनी अग्रवाल और निर्मला पासवान को फिर से पार्टी मौका शायद न दे।विधान परिषद चुनाव के लिए 11 मार्च तक नामांकन होने हैं। कल रविवार तक नामों का एलान संभव है और अगले दिन सोमवार को बीजेपी के उम्मीदवार नामांकन करेंगे। बीजेपी अपने कोटे से एक सीट अपना दल के नेता और योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल के लिए छोड़ सकती है।वे विधान परिषद के सदस्य हैं और अप्रैल में उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।बीजेपी सहोगियों को कुछ सीटें दे सकती है।एक सीट पर पहले ही आरएलडी ने उम्मीदवार उतार दिया है जबकि एक सीट मंत्री आशीष पटेल के लिए लगभग तय है। बीजेपी राजा भैया के करीबी यशवंत सिंह को फिर उम्मीदवार बना सकती है। बीजेपी महेंद्र सिंह और मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के नाम पर भी विचार कर रही है।
