लखनऊ
राजधानी से मात्र 23 किलोमीटर की दूरी पर गोसाईगंज में स्थित है माता चतुर्भुजी का दरबार ऐसी मान्यता है भक्त लोग बताते है कि एक किसान माता जी की प्रतिमा को लेकर अपने गांव में स्थापना करने जा रहा था तभी गोसाईगंज क्षेत्र में उसकी बैलगाड़ी धस गई जिसको निकालने के लिए वह बैलगाड़ी को निकालने के लिए माता जी की मूर्ति को उतार कर वहीं पर रख दिया बैलगाड़ी निकालने के बाद में जब वह दोबारा माताजी की प्रतिमा को उठाने का प्रयास किया तब वह बिफल हो गया और माताजी वहीं स्थापित हो गई मां चतुर्भुजी के रूप में गोसाईगंज में तब से लेकर अब तक माता की बहुत महिमा है गोसाईगंज के क्षेत्र में जो भी शुभ कार्य भक्त लोग प्रारंभ करते हैं वह मां के आशीर्वाद और उनके दरबार से ही शुरू करते हैं नवरात्रि के दिनों में माता का भव्य श्रृंगार हर दिन किया जाता है और सिंगार होने के बाद में मां का अलौकिक अद्भुत तेज स्वरूप में दिखाई देता है यहां पर महिलाओं के द्वारा भजन कीर्तन नवरात्रि के दिनों में किया जाता है मंदिर समिति के सदस्य बताते हैं कि हर अमावस्या को मां के यहां विशेष पूजा और भंडारा भी कराया जाता है आसपास के क्षेत्र में माता चतुर्भुजी की कृपा से सुखचैन अमन शांति रहती है यहां पर सच्चे मन से मांगने पर हर मनोकामना मां पूर्ण करती हैं ऐसी अद्भुत प्रतिमा जो एक बार देखेंगे तो मां के स्वरूप को देखते ही रह जाएंगे अरविंद गुप्ता जी बताते हैं कि जो लोग भगवान को नहीं मानने वाले हैं वह भी अगर एक बार माँ चतुर्भुजी के दरबार में आएंगे तो उनको भी यह बोध हो जाएगा की मां स्वयं यहां विराजमान है उनके दरबार में जाने से मन में एक नई ऊर्जा का संचार होता है माँ चतुर्भुजी की कृपा सभी गोसाईगंज की जनता पर कृपा बनी हुई है भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है मां के जयकारों से मंदिर का हाल और प्रांगण गूंजायमान रहता है मंदिर समिति के पदाधिकारी अरविंद गुप्ता, वैष्णो श्रीवास्तव सुधाकर वर्मा आलोक गुप्ता , श्याम् मूर्ति गुप्ता ,रमन गुप्ता (राजा) प्रभु गुप्ता, सोभित् ,अक्षत गुप्ता , प्रिंस जयस्वाल , अरविंद गुप्ता पार्षद शोभित दीक्षित, पंकज जयसवाल, अनंत कृष्ण गुप्ता , अचिंत जायसवाल