अलीगढ़ । अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के प्रो. एसएम खान ने लखनऊ में कई व्याख्यान प्रस्तुत किये।प्रो. खान लखनऊ विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग द्वारा आयोजित संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के विकास और मानकीकरण पर व्याख्यान दिए और इन प्रक्रियाओं को बढ़ाने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के अनुप्रयोग का प्रदर्शन किया। बाद में उन्होंने एमिटी विश्वविद्यालय में एडवेंचर इन सेल्फ डिस्कवरी ए जर्नी टूवर्डस ग्रेटर हैपीनेस पर बोलते हुए कहा कि वर्तमान समय में छात्रों को समझना और समझाना शिक्षकों और माता पिता के लिए बड़ी चुनौती है। इंटरनेट और स्मार्ट गैजेट्स के चलते बच्चों तक हर प्रकार की जानकारी पहुंच रही है। ऐसे में बच्चे यह सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं। उन्होंने कहा कि सभी सूचनाओं को ज्ञान समझना गलत है। एमिटी विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर विंग कमांडर (डॉ.) अनिल के. तिवारी की अध्यक्षता में सत्र का समापन डीओएस परीक्षण से साइकोमेट्रिक प्रोफाइल पर चर्चा के साथ हुआ। प्रो. मंजू अग्रवाल और डॉ. रितु तिवारी चक्रवर्ती ने भी सत्र की सफलता में योगदान दिया।
