लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम को लेकर एक बार फिर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीटर कहा कि‘टेक्नॉलजी’ समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। आज जब विश्व के कई चुनावों में म्टड को लेकर गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ईवीएम में हेराफेरी के खतरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं, तो फिर म्टड के इस्तेमाल की जिद के पीछे की वजह क्या है, ये बात भाजपाई साफ करें। उन्होंने कहा कि आगामी सभी चुनाव बैलेट पेपर (मतपत्र) से कराने की अपनी मांग को हम फिर दोहराते हैं। दरअसल, ट्विटर के मालिक इलॉन मस्क का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। इसके मनुष्यों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा हैक किए जाने का रिस्क है। मस्क ने प्यूर्टो रिको में हुए प्राइमरी इलेक्शन में ईवीएम में सामने आईं बड़ी खामियों के बाद यह बात कही। गौरतलब है कि प्यूर्टो रिको के चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम में मिली गड़बड़ियां हैरान करने वाली हैं। इसलिए आयोग ईवीएम सप्लाई करने वाली अमेरिकी कंपनी के साथ हुए अनुबंध की समीक्षा कर रहा है। आयोग की अंतरिम अध्यक्ष जेसिका पैडिला रिवेरा ने कहा है कि एक सॉफ्टवेयर समस्या के कारण ईवीएम में कई गड़बड़ी हुईं। इन्हें अमेरिकी कंपनी डोमिनियन वोटिंग सिस्टम ने सप्लाई किया है। इन मशीनों ने वोटों की गिनती गलत की है। इसे लेकर लोकसभा नतीजों पर विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही हैं। साथ अब देश में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग उठा रही है।
