हाथरस में हुई भगदड़ में दोषियों का पता लगाने लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है। इस आयोग को दो महीने में जांच पूरी करनी होगी।हाथरस के हादसे की जांच के लिए राज्य सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया है। आयोग दो माह में अपनी जांच पूरी करने के बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट देगा। आयोग में सेवानिवृत्त आईएएस हेमंत राव और सेवानिवृत्त डीजी भवेश कुमार सिंह को सदस्य बनाया गया है।राज्य सरकार ने राज्यपाल की सहमति से न्यायिक आयोग का गठन करते हुए पांच बिंदुओं पर रिपोर्ट देने को कहा है। इसमें कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा, जिला प्रशासन द्वारा दी गयी अनुमति और उसकी शर्तों के अनुपालन की जांच करना शामिल है। इसके अलावा यह कोई दुर्घटना है, अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक घटना की संभावना के पहलुओं की जांच करना, जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा कार्यक्रम के दौरान आई भीड़ का नियंत्रण तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए गये प्रबंध और उससे संबंधित अन्य पहलुओं की जांच करना शामिल है। साथ ही, किन कारणों एवं परिस्थितियों में घटना हुई, उसका परीक्षण करना तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, उसके सुझाव देना भी शामिल है। अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार की ओर से जारी इस अधिसूचना में कहा गया है कि न्यायिक आयोग अपनी जांच रिपोर्ट दो माह में सौंपेगा, इसकी अवधि में कोइ परिवर्तन राज्य सरकार के आदेश पर किया जा सकेगा।
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