दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घोषणा की है कि जमानत पर रिहा होने के बाद मनीष सिसोदिया फिर से दिल्ली कैबिनेट में शामिल होंगे। हिरासत में लिए गए सिसोदिया वापस आने पर अपनी ज़िम्मेदारियों और कर्तव्यों को फिर से संभालेंगे। इस बीच, AAP ने इस फ़ैसले का स्वागत “सत्य की जीत” के रूप में किया। पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने दिल्ली के शिक्षा सुधार में सिसोदिया की अहम भूमिका की सराहना करते हुए सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त किया। चड्ढा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सिसोदिया को वंचित बच्चों के लिए शिक्षा के अवसरों में सुधार के लिए जेल भेजा गया था।आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि सिसोदिया को 530 दिनों तक जेल में रखा गया; उनका अपराध यह था कि उन्होंने बच्चों को बेहतर भविष्य दिया। आप’ सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘‘यह सच की जीत है, अदालत का फैसला तानाशाही पर तमाचा है। उन्होंने कहा कि सिसोदिया को राजनीतिक प्रतिशोध के तहत जेल में डाला गया; इससे हमारी पार्टी को और मजबूती मिली। सिंह ने कहा कि सिसोदिया के जीवन के 17 माह जेल में बर्बाद हो गए; वह इस समय का उपयोग बहुत कुछ अच्छा करने में कर सकते थे। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन को भी न्याय मिलेगा और वे जल्द ही जेल से बाहर आएंगे। संजय सिंह ने कहा कि जांच एजेंसियों का मकसद मामलों की जांच करना नहीं बल्कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल, सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को भारतीय जनता पार्टी ने जेल भेजा, दिल्ली की जनता नफरत की उनकी राजनीति का जवाब जरूर देगी। सिसोदिया को जमानत मिलने पर ‘आप’ नेता गोपाल राय ने कहा कि खुशी है कि हमें न्याय मिला लेकिन इस बात का दुख है कि इसमें 17 माह लग गए। यह फैसला एक संदेश है कि तानाशाही हमेशा नहीं चल सकती।
