किसानों से बात करते हुए पीएम मोदी ने देखा कि वे (किसान) धरती माता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर जागरुक हैं। किसान कीटनाशकों से दूरी बना रहे हैं। प्राकृतिक खेती की ओर बदलाव उनके लिए अच्छा परिणाम दे रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (11 अगस्त) को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में फसलों की 109 उच्च उपज वाली, जलवायु अनुकूल एवं जैव-सुदृढ़ किस्में जारी कीं। इस दौरान उन्होंने किसानों और वैज्ञानिकों से भी बातचीत की। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने खेती के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री के जय जवान जय किसान और अटल बिहारी वाजपेयी के वाक्यांश जय विज्ञान को याद किया। पीएम मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे उन्होंने अनुसंधान और नवाचार को प्राथमिकता देते हुए इस वाक्यांश में जय अनुशंधान को भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि 109 उच्च उपज वाली किस्मों को जारी करना कृषि में नवाचार और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने का एक ठोस परिणाम है।
पीएम मोदी ने किसानों से की बात
किसानों से बात करते हुए पीएम मोदी ने देखा कि वे (किसान) धरती माता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर जागरुक हैं। किसान कीटनाशकों से दूरी बना रहे हैं। प्राकृतिक खेती की ओर बदलाव उनके लिए अच्छा परिणाम दे रहा है। उन्होंने बताया कि किसान तेजी से प्राकृतिक खेती को अपना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने किसानों से पूछा कि क्या वे बीज की नई किस्मों का उपयोग करने के तैयार हैं। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि उन्हें पहले अपनी जमीन के छोटे हिस्से में नई किस्म का उपयोग करना चाहिए और संतोषजनक परिणाम के बाद ही इसका अच्छे से इस्तेमाल करना चाहिए। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
जारी की जाने फसलों में खेती और बागवानी फसलें शामिल
बता दें कि जारी की जाने वाली 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 खेत की फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। खेत की फसलों में बाजरा, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, फाइबर और अन्य संभावित फसलों सहित विभिन्न अनाज के बीज जारी किए गए। वहीं, बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, बागानों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में भी शामिल हैं।
