नयी दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा मुदा घोटाले में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने का स्वागत करते हुए सीएम से इस्तीफा देने की मांग की है।भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के साथ पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि राज्यपाल द्वारा मुकदमा चलाने की अनुमति देने के बाद यह साफ हो गया है कि जांच एजेंसी अपना काम करेगी। लेकिन, जो एजेंसी सीएम को ही रिपोर्ट करती है, वह सिद्धारमैया के खिलाफ स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कैसे कर सकती है। यह न्याय का तकाजा है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए सिद्धारमैया को घोटाले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि यह राज्यपाल बनाम राज्य सरकार का मसला है। लेकिन, वे कहना चाहेंगे कि यह राज्यपाल बनाम राज्य सरकार का मसला नहीं है बल्कि यह भ्रष्टाचार का बहुत ही गंभीर मामला है और राज्यपाल ने तमाम नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के इस मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति दी है। उन्होंने कांग्रेस, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, गांधी परिवार और रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के मसले पर जमकर निशाना साधा। इससे पहले लोकसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार के पदचिन्हों पर चलते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुदा) में चार हजार करोड़ रुपए का मुदा घोटाला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले गांधी परिवार ने भी नेशनल हेराल्ड मामले में इसी तरह से घोटाला किया था, जो पांच हजार करोड़ रुपए का था, इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों जमानत पर हैं। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए राज्यपाल को धन्यवाद कहते हुए कहा कि पहले इस तरह की अनुमति मांगने की फाइल पर गवर्नर बैठ जाया करते थे, मनमोहन सिंह के कार्यकाल में राजनीतिक कारणों से इस तरह के मामलों में मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी जाती थी, लेकिन, कर्नाटक में मुदा भूमि घोटाले के मामले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ राज्यपाल ने मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है। इसके लिए राज्यपाल धन्यवाद के पात्र हैं।उन्होंने बताया कि 2004 में सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती के भाई ने लगभग 3.61 एकड़ जमीन केसरी नामक गांव में खरीदी थी। 2005 में पार्वती इसकी मालकिन बनी थी। बाद में मालूम हुआ कि ये लैंड ट्रांसफर डील हो ही नहीं सकता था, क्योंकि ये दलित की भूमि थी। लेकिन, बाद में पता लगा कि मुदा द्वारा सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को इसके बदले 14 प्लॉट दिए जा चुके हैं।पात्रा ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेंगलुरु पहुंचने पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि वे पूछना चाहते हैं कि घोटालेबाजों को बचाने के लिए बेंगलुरु चले गए, लेकिन, क्या वे कोलकाता भी जाएंगे? प्रियंका गांधी ने कहा था कि श्लड़की हूं, लड़ सकती हूंश्, तो, क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कोलकाता जाएंगे? उन्होंने ममता सरकार द्वारा किए गए डॉक्टरों के ट्रांसफर पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वह भी डॉक्टर हैं, और आज अपने डॉक्टर समुदाय का साथ देते हुए वह भी काली पट्टी बांध कर आए हैं।
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