लखनऊ । इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने कहा कि इस साल 12 रबी उल अव्वल 16 सितम्बर 2024 को पूरे देश मेें हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जायेगा। मौलाना ने रबी उल अव्वल के सम्बन्ध में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया द्वारा एक एडवाइजरी जारी करते हुए तमाम मुसलमानों से इस पर अमल करने की अपील की। 11, रबी उल अव्वल से 17 रबी उल अव्वल (15 सितम्बर से 21 सितम्बर 2024) तक ‘‘हफ्ता-ए-रहमत’’ मनायें और इस दौरान गरीबों और जरूरतमन्दों में अधिक से अधिक फूड पैकेटस वितरण करें क्योंकि पैगम्बरे इस्लाम सल्ल0 ने इरशाद फरमायाः ‘‘भूकों को खाना खिलाओ, बीमारों की अयादत करो और जेल से कैदियों को रिहा कराओ। रबी उल अव्वल के जलसों में इस बात का ध्यान रखा जाये कि जलसे की वजह से ट्राफिक या आम नागरिकों को आने जाने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। क्योंकि पैगम्बर-ए-इस्लाम ने फरमायाः ‘‘रास्तों में एैसे स्थान पर ना बैठा करो जिससे गुजरने वालों को कठिनाई हो। कोई भी संस्था, अंजुमन या व्यक्ति किसी भी पब्लिक प्रापर्टी या किसी अन्य सामाज के स्थान पर बिना आज्ञा के कोई भी झण्डा या बैनर न लगायें। 11 रबी उल अव्वल को युवा किसी भी प्रकार के मोटर साइकिल स्टंड सड़कों पर न करें। 12 रबी उल अव्वल 16 सितम्बर 2024 को निकलने वाले जुलूसों में अधिक से अधिक लोग उपस्थित हों और पूरे देश के जलसे और जुलूसों में पैगम्बरे इस्लाम के व्यवहारोें पर अमल करें। किसी भी जलसे या जुलूस में कोई एैसा नारा न लगायें जिससे किसी के धार्मिक जज़्बात को ठेस पहंुचे। जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमनें अपने अपने झण्डे और बैनर को लपेट कर लायें और जुलूस में शामिल होने के बाद ही खोलें। (जुलूस के लिए प्रशासन की तरफ से जो रास्ते चयनित किये गए हैं उन्ही रास्तों से जुलूस को निकाला जाये। जुलूस के दौरान जब नमाज़ का वक्त हो जाये तो रास्ते में नही बल्कि सिर्फ मस्जिद में ही नमाज़ अदा करें। जामा मस्जिद ईदगाह लखनऊ में जुहर की नमाज़ 02 बजे और अस्र की नमाज़ 05 बजे होगी।
जुलूस में कोई एैसा काम न करें जो इस्लामी तालीमात और सरकारी आदेश के खिलाफ हो। इस मुबारक मौके पर देश की रक्षा, उन्नित व प्रगति के लिए विशेष तौर पर दुआ करें।
