उरई/जालौन । जालौन में हालिया मूसलाधार बारिश के बाद यमुना और पहुज नदी में आई बाढ़ से 20 गांव प्रभावित हुए हैं। झांसी मंडल के कमिश्नर विमल दुबे रविवार को प्रभावित इलाकों का जायजा लेने और राहत सामग्री वितरित करने के लिए पहुंचेंगे।बीते दिनों की मूसलाधार बारिश के कारण यमुना और पहुज नदी में आई बाढ़ से जालौन के 20 गांव प्रभावित हो गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा से कोंच, माधौगढ़ और कालपी तहसील के गांव सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, जहां लगभग 8470 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। कोंच तहसील के सलैया बुजुर्ग, मऊ, महेशपुरा और नदीगांव, माधौगढ़ तहसील के कूसेपुरा, डिकौली जागीर, किशनपुरा, महाराजपुरा, कर्रा, जैगहा और निनावली जागीर, तथा कालपी तहसील के पड़री, रायड दिवारा, देवकली, शेखपुरगुढा, शेखपुरागुढा खास और हीरापुर गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं, जहां कम्युनिटी किचन, स्वास्थ्य सुविधा और पीने का पानी उपलब्ध है। पशुओं के लिए चारा, भूसा, टीकाकरण और दवा की व्यवस्था भी की गई है। एसडीआरएफ की टीम 4 मोटरबोट और 65 अतिरिक्त छोटी नावों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद है। अब तक 18050 पैकेट पका भोजन और 1150 बाढ़ राहत सामग्री किट वितरित की जा चुकी हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक लगातार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें सहायता प्रदान कर रहे हैं। रविवार को झांसी मंडल के कमिश्नर विमल दुबे भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री प्रदान करेंगे। उपजिलाधिकारी और राजस्व टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैम्प कर रही है, जबकि पंचायत राज, स्वास्थ्य, पशुपालन और पुलिस विभाग के अधिकारी भी बाढ़ क्षेत्र में सक्रिय हैं।
