अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यू) नेता अशोक चौधरी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है। इसकी घोषणा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। गौरतलब है कि चौधरी बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री हैं। उन्हें सीएम कुमार का करीबी भी माना जाता है। यह घटनाक्रम चौधरी द्वारा मंगलवार को कुमार से मुलाकात करने और उनके सोशल मीडिया पोस्ट से पैदा हुए विवाद को कम करने के दो दिन बाद आया है, जिसके बाद अटकलें लगाई गईं कि वरिष्ठ जदयू नेता मुख्यमंत्री पर कटाक्ष कर रहे थे।अशोक चौधरी ने अपने उस हालिया बयान पर स्पष्टीकरण दिया, जिसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया गया है। चौधरी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा था, ‘‘बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए। एक दो बार समझाने से अगर कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना, ‘छोड़ दीजिए’। उन्होंने कहा, ‘‘बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना, छोड़ दीजिए। गिने-चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, अगर एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें, छोड़ दीजिए। एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना, छोड़ दीजिए।’’ मंत्री ने पोस्ट में कहा, ‘‘अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना, छोड़ दीजिए। अगर इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना, छोड़ दीजिए। हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना, छोड़ दीजिए। बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना, छोड़ दीजिए। उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना, छोड़ दीजिए।’’ हालांकि चौधरी ने दिन में कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की और एक अन्य पोस्ट में उनके साथ की एक तस्वीर साझा की। मंत्री ने 1972 की फिल्म ‘अमर प्रेम’ के एक लोकप्रिय गीत की पहली पंक्ति को तस्वीर के कैप्शन के रूप में इस्तेमाल करते हुएलिखा, ‘‘कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसलिए कृपया सुनी-सुनाई बातों पर ध्यान देना बंद करें।’’
