मुंबई के कुर्ला में एक शख्स को लोगों से कमीशन के नाम पर बैंक खाते खुलवाकर साइबर ठगी करने के आरोप में पकड़ा गया है। आरोपी आमिर मणियार ने 35 से ज़्यादा लोगों के खाते खुलवाकर उनके वीज़ा डेबिट कार्ड विदेशी ठगों को भेजे थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और जल्द ही आरोपी से पूछताछ करेगी। कुर्ला पुलिस ने एक जालसाज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है, जिसने आम लोगों को कमीशन का लालच देकर बैंक में उनके खाते खुलवाए और फिर उन्हें साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल किया। सूत्रों के अनुसार, खाताधारकों को 3 से 5% कमीशन देने का लालच देकर उनके नाम पर खाते खोले जाते थे। फिर उनका वीजा डेबिट कार्ड दूसरे देश में बैठे ठगों को भेज दिया जाता था। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब एक राष्ट्रीय बैंक के मैनेजर ने एक शख्स को बैंक और एटीएम सेंटर में मंडराते देखा।मैनेजर को शक हुआ कि आरोपी हर दूसरे दिन बैंक में एटीएम के बाहर घंटों तक बैठा दिखाई देता है। मैनेजर ने अपने कर्मचारियों को संदिग्ध के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए कहा।
रायगड कर्जत का रहने वाला
जब उस आदमी को केबिन में बुलाकर पूछताछ की गई, तो उसने ब्रांच में 10 खाते खुलवाने की बात कबूल की। उसने बताया कि वह रायगड जिले के कर्जत का रहने वाला है। उसने अपना नाम आमिर मणियार बताया।
इस तरह खुला राज
पूछताछ में पहले तो आरोपी ने खाताधारकों को अपना रिश्तेदार बताया, लेकिन जांच में सख्ती करने पर सारे राज खुलने लगे। इसके बाद बैंक मैनेजर ने आरोपी की जानकारी कुर्ला पुलिस को दे दी। पुलिस वाले ने जब गहन पूछताछ की, तो उसने स्वीकार किया कि महीने भर के भीतर ही उसने बैंक की इस ब्रांच में 35 खाते खुलवाए।
