गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मांग की है कि राज्य में पुलिस प्रतिष्ठानों में हुए आठ विस्फोटों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराई जाए। रंधावा ने 19 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि सीमावर्ती जिलों में हाल के बम विस्फोटों की जांच की जानी चाहिए क्योंकि विस्फोटों ने निवासियों के बीच महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंताएं बढ़ा दी हैं। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर बताया था कि पंजाब में बहुत विस्फोट हो रहे हैं। कई मामलों में यह बात सामने आई है कि विभिन्न घटनाओं में इस्तेमाल किए जा रहे हैंड ग्रेनेड विदेश निर्मित हैं।सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवालिया निशान है, एक तरफ तो कहते हैं कि बख्शीवाल में कोई हमला नहीं हुआ और अब कैसे कह सकते हैं कि आरोपी खालिस्तान फोर्स से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन, बम नजर नहीं आते। जहां भी बम विस्फोट होता है, एनआईए जांच करती है, मुझे नहीं पता कि एनआईए कभी जांच के लिए क्यों नहीं आई। पंजाब के मुख्यमंत्री को पंजाब को बचाने के लिए कदम उठाना चाहिए। सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। रंधावा ने कहा कि इन घटनाओं की गंभीरता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर उनके प्रभाव को देखते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जांच अपने हाथ में लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम 2008 के तहत स्थापित एनआईए, भारत की केंद्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है। इसे भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को प्रभावित करने वाले अपराधों की जांच और मुकदमा चलाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि एनआईए के कार्यक्षेत्र में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 के तहत अपराधों और राष्ट्रीय सुरक्षा और खतरों से संबंधित अन्य कृत्यों की जांच करना शामिल है। पत्र में आगे कहा गया है कि एनआईए की “विशेषज्ञता और संसाधन इन बम विस्फोटों की गहन जांच के लिए महत्वपूर्ण हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि अपराधियों की पहचान की जाए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाए, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा सुरक्षित रहे।”
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