नयी दिल्ली कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के जरिए आम लोगों की जेब पर डाका डाल रही है और सामान्य लोगों से ज्यादा कर वसूल कर पूंजीपतियों की पूंजी में बढ़ोतरी कर रही है। कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में जीएसटी को आम लोगों के लिए आतंक करार दिया और कहा कि सरकार किसान से कॉटन पर एडवांस कर ले रही है तथा इसके बदले ब्याज भी नहीं दिया जा रहा है। खेती किसानी में प्रयोग होने वाले उपकरणों और कीट नाशक रसायनों पर भारी कर लगाया जा रहा है और पूंजीपतियों को करों से राहत दी जा रही है। जीएसटी का आधार सरलीकरण था और इसका आधार एक ही होना चाहिए था लेकिन मोदी सरकार ने इसमें स्लैप बढ़ाकर जीएसटी का आतंक खड़ा कर दिया है जिससे आम आदमी परेशान हो गया है। पॉपकॉर्न पर तीन स्लैब में कर लिया जा रहा है और ऐसा कर सरकार आम लोगों के साथ अत्याचार कर रही है। गोहिल ने कहा कि मोदी सरकार में गरीब और आम लोगों से जीएसटी जमकर लिया जा रहा है लेकिन जो लोग अरबों-खरबों की कमाई कर रहे हैं उन पूंजीपतियों को कर से छूट दी जा रही है। इसी का परिणाम है कि आज गरीबों और अमीरों के बीच जबरदस्त खाई बढ़ गई है और यह अंग्रेज शासन के समय से भी ज्यादा चौड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूंजीपतियों को दो लाख करोड़ रुपए के कर में छूट दी है। यहीं नहीं, बड़े उद्योगपतियों का सरकार ने 17 लाख करोड़ रुपए का एनपीए माफ किया है और इस माफी के बदले इन पूँजीतियों ने इलेक्ट्रोल बॉन्ड खरीदकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चंदा दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जीएसटी का मतलब कर लेने की व्यवस्था का सरलीकरण करना था लेकिन मोदी सरकार ने आनन-फानन में जीएसटी लागू कर इसे जटिल बना दिया है और उस पर जो स्लैब बनाए हैं उनमें जनता पिस रही है। इस टैक्स के जरिए देश के गरीब से पैसे छीने जा रहे हैं। कर सेस लेने की व्यवस्था है और इसका मकसद सबका हित करना था लेकिन केंद्र सरकार सेस लगाकर जबरदस्त कमाई कर रही है और सेस लगाकर सिर्फ अपनी जेब भर रही है। उन्होंने कहा कि मुश्किल यह है कि कर व्यवस्था में किसानों के साथ भी धोखा किया जा रहा है और किसान अपनी फसल को अपनी फसल को कीट पतंगों से बचाने के लिए जिन रसायनों का इस्तेमाल करते हैं उन पर 28 प्रतिशत जीएसटी लिया जा रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में जो बीमा की व्यवस्था है उस पर 18 फीसदी जीएसटी लिया जा रहा है। सरकार आम आदमी से बहुत ज्यादा टैक्स लेकर अपने चंद पूंजीपतियों की पूंजी में बढ़ोतरी कर रही है। कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार के विकास मॉडल को रावण के विकास का मॉडल जैसा बताया और कहा कि जिस तरह से लंका में कुछ महल सोने के थे, वे सब रावण के चहेते लोगों के थे जबकि वहाँ की आम जनता परेशान थी। मोदी सरकार बात तो ‘राम राज्य’ की करती है लेकिन कर वसूली का उनका प्रशासन ‘रावण की शैली’ में काम कर रहा है।
