केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक 22 फरवरी को होगी। बैठक की तारीख की घोषणा शुक्रवार को चंडीगढ़ में जोशी के नेतृत्व वाली केंद्रीय टीम और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक के कुछ घंटों बाद हुई। दोनों पक्षों ने कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और अगले दौर की वार्ता 22 फरवरी को होगी। किसान नेताओं के साथ हमारी बेहद सकारात्मक बैठक हुई। उन्होंने बैठक में अपनी मांगें रखीं। हमने किसान नेताओं की सभी मांगें सुनीं। हमने उन्हें पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किसानों के हित में लिए गए फैसलों से अवगत कराया। 22 फरवरी को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बैठक होगी।किसानों के एक साल के लंबे विरोध प्रदर्शन के बाद हुई बैठक के दौरान चर्चा फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की किसानों की मांग पर केंद्रित रही। जहां जोशी ने कृषक समुदाय के कल्याण के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बात की, वहीं किसान नेताओं ने कहा कि उन्होंने तथ्यों के आधार पर दृढ़ता से अपने विचार रखे, जिसका केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के पास कोई जवाब नहीं था। महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में ढाई घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद जोशी और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल दोनों ने अलग-अलग संवाददाताओं से बात की।जोशी ने कहा कि बैठक, जिसमें शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे दो मंचों के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया और जिसमें पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारुचक और अन्य राज्य सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल थे, सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजित की गई। यह बैठक आंदोलनकारी किसानों की विभिन्न मांगों की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई थी, जिसमें फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी भी शामिल थी।
