कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की सत्यता पर शुक्रवार को सवाल उठाया। हालांकि, आलोचना के बाद वह अपने बयान से पीछे हट गए और कहा कि उन्होंने इस संबंध में कोई सबूत नहीं मांगा था।कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में चन्नी ने कहा कि सरकार ने पहलगाम आतंकवादी हमले के 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानियों का वीजा रद्द करने और सिंधु जल संधि को स्थगित करने जैसे कदमों का कोई मतलब नहीं है।सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी की आलोचना की। पार्टी प्रवक्ता सीआर केशवन ने कहा कि चन्नी ने 2024 में पुंछ हमले में ‘कॉर्पोरल’ विक्की पहाड़े के मारे जाने पर घृणित रूप से “स्टंटबाजी” टिप्पणी की थी।उन्होंने कहा, “अब वह एक बार फिर सशस्त्र बलों का अपमान कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सेना ने कहा कि हमने पाकिस्तान पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की, लेकिन किसी ने इसे नहीं देखा।”संवाददाता सम्मेलन में चन्नी ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि 40 भारतीय सैनिक मारे गए थे और जब चुनाव हुए, तो सरकार ने कार्रवाई का दावा किया। कांग्रेस नेता ने कहा था, “लेकिन हमने कभी नहीं देखा कि पाकिस्तान में कहां हमले किए गए और कहां लोग मारे गए। अगर कोई हमारे देश में बम फेंके, तो क्या लोगों को पता नहीं चलेगा? उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने का दावा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कहीं नहीं देखी गई और किसी को उसके बारे में पता भी नहीं था।”यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इन हमलों का सबूत मांगा था, चन्नी ने कहा, “मैं हमेशा से इसकी (सबूत की) मांग करता रहा हूं।” चन्नी के बयान को लेकर उन पर भाजपा द्वारा हमला करने के बाद कांग्रेस नेता ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के संबंध में किसी सबूत की जरूरत नहीं है।उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि दुख की इस घड़ी में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ खड़ी है। अगर सरकार उनकी (पाकिस्तान की) जल आपूर्ति बाधित करती है या कोई भी अन्य कार्रवाई करती है, तो हम चट्टान की तरह उसके साथ खड़े हैं।
