पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 22 अप्रैल की घटना पहलगाम के लोगों के लिए एक सदमा थी। कश्मीरियों ने पर्यटकों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। कश्मीरियों ने दिखा दिया है कि वे इस दर्द में देश के साथ हैं। उन्होंने आगे कहा कि आपको (केंद्रीय गृह मंत्री) उन (आतंकवादियों) के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने ऐसा किया। लेकिन आज, पहलगाम में 100 लोगों सहित कई कश्मीरियों को हिरासत में लिया गया है।महबूबा मुफ्ती ने ने कहा कि मैं गृह मंत्री से अपील करता हूं कि यह उचित नहीं है। चूंकि यहां पर्यटक आते हैं, इसलिए आज सभी पर्यटन स्थल बंद हैं। वहां (पर्यटक स्थलों पर) सुरक्षा बल तैनात किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से अपील करती हूं कि पर्यटकों को घोड़े उपलब्ध कराने वालों को वित्तीय सहायता दी जाए और होटल और टैक्सी संचालकों द्वारा लिए गए ऋण को इस वर्ष के लिए ब्याज मुक्त किया जाए। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी तंत्र के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की ओर से बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के बीच महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि केंद्र को सावधानी से कदम उठाना चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े। मुफ्ती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत सरकार को हाल में पहलगाम हमले के बाद सावधानी से काम लेना चाहिए और आतंकवादियों तथा नागरिकों के बीच अंतर करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिये किे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान निर्दोष लोगों, खासकर आतंकवाद का विरोध करने वाले किसी भी तरह से प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि सरकार से अपील है कि वह अधिकारियों को निर्देश दे कि वे इस बात का ध्यान रखें कि निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा न भुगतना पड़े।
