यूनाइटेड टाइम्स- प्रतापगढ़ बिजली विभाग का सम्बंध सीधे जनता से होता हैं। बड़ा.बड़ा लिखा जाता है उपभोक्ता देवो भवरू।बिजली हर व्यक्ति की आवश्यकता बन चुकी है।बिजली विभाग में लूटए खसोट और वित्तीय अनियमितता सहित भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने से विभाग की नाक कट जाती है।
ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश में बड़के जिले में शुमार प्रतापगढ़ का है। जहां जिला पंचायत सदस्य गौरा तृतीय जितेंद्र पटेल की शिकायत से बिजली विभाग में साल 2006.2007 में बिल बुक गायब कर जमा धन हजम किये जाने का मामला उजागर हुआ है।
जितेन्द्र पटेल ने शासन बिजली विभाग में उच्चाधिकारियों से शिकायत की है।शिकायत होते ही जिले में हड़कंप मच गया है।
उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के उप सचिव राजीव कुमार भारती ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिण् के एमडी शंभू कुमार को पत्र लिखकर प्रतापगढ़ में पूर्व संचालित कुंडा खंड.2 में तैनात एकाउंटेंट डीपी सिंह और दो अन्य के ख़िलाफ़ बिल बुक गायब करने और जमा पैसा हजम कर लेने की शिकायत को गंभीरता से लिया है।
प्रतापगढ़ में तैनात अधीक्षण अभियंता सत्यपाल मौर्या के काले कारनामें लगातार उजागर हो रहे हैं।ग्लोबटेक क्रिएशन प्राण् लिण् के मैनेजर और फर्म के मालिकों से साठ.गांठ कर संविदा कर्मियों की नियुक्ति में करोड़ों रूपये का खेला हुआ है। प्रतापगढ़ से लेकर लखनऊ तक सबसे ज्यादा चर्चा में अधीक्षण अभियंता ऑफिस में तैनात एकाउंटेंट डीपी सिंह हैं।डीपी सिंह के जरिए लगभग 300 संविदा कर्मियों की नियुक्ति हुई है।एकाउंटेंट डीपी सिंह ने अकूत दौलत कहां से हासिल की है।करोंड़ो रुपये का घोटाला करने वाले डीपी सिंह पर कार्रवाई कब होगी।