पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा और धार्मिक कट्टरपंथियों की बात सुनकर लोगों में विभाजन पैदा न करें। मुर्शिदाबाद में सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दंगाई बाहर से बंगाल में लाए गए हैं, उनके उकसावे में नहीं आएं। वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद के समसेरगंज, सुती और धुलियान सहित कई हिस्सों में हिंसा भड़कने के बाद मुख्यमंत्री ने पहली बार इस क्षेत्र का दौरा किया। दंगों में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।बनर्जी ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सरकारी सहायता का आश्वासन दिया और हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया। उन्होंने कहा कि आज, मैंने धुलियान हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और 400 परिवारों से बात की। हम 280 परिवारों को 1.20 लाख रुपये देंगेमुख्यमंत्री के मुर्शिदाबाद दौरे के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। बनर्जी ने कहा था कि जो लोग हिंसा भड़का रहे हैं, वे पश्चिम बंगाल के दुश्मन हैं। बनर्जी ने कहा कि मैं झंटू अली शेख (जिन्होंने उधमपुर के डुडू-बसंतगढ़ इलाके में एक ऑपरेशन के दौरान अपनी जान गंवा दी) और उनके परिवार को सलाम करती हूं। उनकी पत्नी और बच्चे आज यहां मौजूद हैं। उन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। हमने उनके परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और पुलिस लाइन में नौकरी दी है। ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थिति स्थिर हो गई है। बनर्जी ने साथ ही कहा कि दंगों पर राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस की ओर से गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बनर्जी ने कहा कि उन्हें इसके साथ ही राज्य में अनुच्छेद 356 के संभावित क्रियान्वयन के बारे में राज्यपाल द्वारा उल्लेख किये जाने के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
