महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आतंकवादी हमला युद्ध का बहाना या विकल्प नहीं है। मनसे प्रमुख ने कहा कि युद्ध आतंकवाद की समस्या का समाधान नहीं है और सरकार को आतंकवादी हमलों के अपराधियों को खोजने को प्राथमिकता देनी चाहिए। भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल है।राज ठाकरे ने कहा कि सरकार से यह सवाल किया जाना चाहिए कि आखिर पहलगाम में आतंकी हमला क्यों हुआ। यह टिप्पणी उस दिन आई है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। मनसे प्रमुख ने कहा, “आतंकवादी हमले का जवाब युद्ध नहीं है। अमेरिका में उन्होंने (आतंकवादियों ने) ट्विन टावर गिरा दिए, पेंटागन पर हमला किया। अमेरिका ने युद्ध नहीं किया। उन्होंने उन आतंकवादियों को मार गिराया।”उन्होंने कहा, “आप उन आतंकवादियों को नहीं ढूंढ पाए हैं जिन्होंने (पहलगाम में पर्यटकों पर) हमला किया था। उस जगह पर सुरक्षा क्यों नहीं थी जहां पिछले कई सालों से हजारों पर्यटक जा रहे हैं? हमारे देश के अंदर तलाशी अभियान चलाना और उन्हें ढूंढ़ना ज्यादा महत्वपूर्ण है। हवाई हमले, लोगों का ध्यान भटकाना….युद्ध इसका समाधान नहीं हो सकता।” राज ठाकरे ने कहा कि पाकिस्तान पहले से ही बर्बाद हो चुका है और असली सवाल यह है कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले चार आतंकवादी अभी तक नहीं मिले हैं। ठाकरे ने कहा, “पाकिस्तान पहले से ही बर्बाद हो चुका है। असली सवाल यह है कि हमला करने वाले चार आतंकवादी अभी तक नहीं मिले हैं। जहां हजारों पर्यटक आते हैं, वहां सुरक्षा क्यों नहीं थी? यह सबसे महत्वपूर्ण सवाल है।”
