कांग्रेस में अब तक कम से कम ऐसे पांच बड़े नेता सामने आ चुके हैं, जिनका ऑपरेशन सिंदूर और विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेकर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई वाली कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक लाइन से काफी अलग लाइन रही है। इनमें शशि थरूर, सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी, पी चिदंबरम और के सुधाकरन जैसे दिग्गज कांग्रेसी शामिल हैं। यह फेहरिस्त तब और भी लंबी हो जाती है, जब पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दुनिया भर के देशों में गए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सारे कांग्रेसी सदस्यों को जोड़ लिया जाए। लेकिन, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी फिर भी ऑपरेशन सिंदूर और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधने से पीछे नहीं हट रहे हैं।ऐसे समय में जब कांग्रेस के कई नेता और सांसद आतंकवाद पर पाकिस्तान की काली करतूत उजागर करते हुए केंद्र सरकार का पक्ष रखने के लिए विदेश दौरे पर हैं या जाने वाले हैं, तब राहुल गांधी ने फिर से विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को निशाना बनाया है। उन्होंने X पर लिखा कि ‘भारत की विदेश नीति फेल हो गई है।’ राहुल गांधी ने ‘JJ’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे पार्टी में भी कुछ लोग हैरान हैं। उन्होंने जयशंकर के इंटरव्यू का एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ सवाल पूछे हैं। उन्होंने पूछा कि भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा जा रहा है? पाकिस्तान की निंदा करने में किसी देश ने हमारा साथ क्यों नहीं दिया? ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए किसने कहा? उन्होंने साफ कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से चरमरा गई है।राहुल गांधी ने यह नहीं बताया है कि’JJ’से उनका मतलब क्या है। कुछ नेताओं को लग रहा है कि एक J का इस्तेमाल तो जयशंकर के लिए हो सकता है। लेकिन, दूसरे J को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही हैं। लेकिन, कांग्रेस के भीतर के भी ज्यादातर लोगों का यही मानना है कि दूसरा J जयशंकर के लिए ही कोई नकारात्मक शब्द है। ऐसे में पार्टी के एक नेता ने बताया है कि कांग्रेस को इस तरह की बातों से परहेज करना चाहिए। सरकार या विदेश मंत्री से सवाल पूछना है तो इससे बेहतर तरीका भी हो सकता है। इनमें से एक नेता बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं। उनको लगता है कि विपक्ष के नेता होने के नाते सरकार से सवाल पूछना उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन इसके लिए सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट समझ से परे है।
