लखनऊ लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा को लेकर इंतजार अब खत्म हो गया है। चुनाव आयोग की लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। सात चरणें में हो चुनाव होगा। आयोगी ने कहा हमारी टीम चुनाव के लिए तैयार है। 97 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे। 21.5 करोड़ युवा मतदाता 88.5 दब्यांग 1.8 करोड़ नए मदतादा इस बार चुनाव में भाग लेंगे। चार विधानसभा के लिए भी तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी, 26 अप्रैल को दूसरा चरण, 7 मई को तीसरा चरण, 13 मई को चौथा चरण, 20 मई को पांचवां चरण, 25 मई को छठा चरण और 1 जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी। मतगणना चार जून को होगी। दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होगी। 7 मई को तीसरे चरण की वोटिंग होगी। 13 मई को चौथे चरण की वोटिंग और 20 मई को पांचवे चरण की वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव कुल सात चरणों में होगा। चुनाव आयोग ने इसका ऐलान कर दिया है। पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी। यूपी में चार चरणों में होगा चुनाव चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है चुनाव प्रचार के दौरान जाति-धर्म आधारित अपील न की जाए। इसके अलावा बच्चों का इस्तेमाल भी प्रचार में नहीं किया जाए सकेगा। प्रचार में निजी हमले न करें।सीईसी ने इस दौरान पॉलिटिकल पार्टियों के लिए रहीम का दोहा भी सुनाया, ‘रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय, जोड़े ते फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ परि जाए’। उन्होंने कहा कि प्यार-मोहब्बत से चुनाव प्रचार करें। फेक न्यूज और गलत जानकारियों के बारे में लोगों को अवेयर करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने शायरी भी सुनाई। उन्होंने कहा कि ‘झूठ के बाजार में रौनक तो बहुत है।’ इसलिए कोई भी गलत जानकारी शेयर करने से पहले चेक कर लें। सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर म्ब्प् के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन। उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को समाचार पत्रों और अन्य मीडिया आउटलेट्स में तीन बार जानकारी प्रकाशित करनी होगी। राजनीतिक दल को यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हिमालय से समुद्र तक और रेगिस्तान से बारिश वाले पूर्वोत्तर तक बूथों पर एक जैसी सुविधा होगी। 85 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वोटर या दिव्यांग वोटर के घर फॉर्म भिजवाएंगे, ताकि वो घर से वोट डाल सकें. बूथ पर वो आएंगे तो उनको आयोग वोलेंटियर सहयोग करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव आयोग जल्द ही एक नई वेबसाइट लांच करने जा रहे हैं। इसमें मिथ बनाम रिएलिटी के बारे में बताया जाएगा। इसमें बताया जाएगा कि मिथ क्या है और उसकी सच्चाई क्या है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि मिसइंफॉर्मेशन यानी गलत सूचना के मामले में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज फैलानों वालों पर ऐक्शन होगा। आईटी ऐक्ट के तहत कार्रवाई होगी। सभी जिलों में लोगों को ट्रेनिंग दी गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि सभी तरह के संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पर नजर रखी जाएगी। साड़ी, कुकर आदि बांटने वालों पर नजर रहेगी। धनबल के दुरुपयोग को लेकर सख्ती बरती जाएगी। कोई भी वोटर एपिक नंबर से अपना वोटर कार्ड मोबाइल से डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा बूथ नंबर और कैंडिडेट की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि अगर कहीं पैसे बांटने का केस है तो फोटो खींचकर हमें भेजें। हम आपकी लोकेशन ट्रैस करके ऐक्शन सुनिश्चित करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि वोटर्स के लिए हर बूथ पर जरूरी सुविधाएं होंगी। जहां पीने का पानी, पुरुष-महिला के लिए अलग शौचालय, रैंप, व्हीलचेयर आदि मौजूद रहेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव के दौरान पर्यावरण का भी ध्यान रखेंगे। बूथ के बाहर वेस्ट मैनेजमेंट बेहतर हो। कागज का इस्तेमाल कम से कम होगा। चुनाव आयोग ने बताया कि पहली बार वोट डालने जा रहे 18 से 19 साल के वोटर्स की संख्या 1.8 करोड़ है। 20 से 29 साल वाले वोटर्स की संख्या 19.74 करोड़ है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि चुनाव के दौरान राज्यों तैनात वॉलंटियर और कांट्रैक्चुअल स्टाफ को काम में नहीं लिया जाएगा।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि मसल पावर पर कंट्रोल करेंगे। हिंसा का चुनाव में कोई स्थान नहीं होगा। हर जिले में कंट्रोल रूम, जिसमें पांच फीड्स होंगे। यहां पर एक सीनियर अधिकारी होगा।मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि हमें उम्मीद है कि युवा और इंफ्लुएंसर्स बड़ी संख्या में वोट डालने आएं और अपने दोस्तों को भी साथ लाएं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहाकि हमें उम्मीद है कि युवा और इंफ्लुएंसर्स बड़ी संख्या में वोट डालने आएं और अपने दोस्तों को भी साथ लाएं। मुख्य चुनाव आयुक्त के मुताबिक चुनाव के दौरान 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए 10.5 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ..इस देश में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं। जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं… 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता इन चुनावों में हैं… मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हम तैयार हैं। हमने सभी राज्यों में जाकर समीक्षा की है। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि 97 करोड़ वोटर हैं, 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन, 1.5 करोड़ ऑफिशियल उसे कंट्रोल कर रहे हैं। 17 पार्लियामेंट चुनाव कर चुके हैं। यह हमारे चुनाव आयोग की परंपरा रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहाकि उन्होंने बीते दिनों में देशभर के विभिन्न जिलों का दौरा किया है और अधिकारियों से मुलाकात की है। हम यादगार और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराएंगे। पूरी दुनिया की निगाह भारत के चुनाव पर रहती है। चुनाव पर्व हमारे लिए गर्व की बात है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान से पहले संबोधित कर रहे हैं। इसमें वह चुनाव से जुड़े आंकड़ों और प्रक्रिया की जानकारी दे रहे हैं। आपको बता दें कि जिस दिन चुनाव की तारीखों की घोषणा होती है, उसी दिन चुनाव आयोग आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) जारी करता है। आदर्श आचार संहिता के मुताबिक, मंत्री और अन्य सरकारी अधिकारी किसी भी रूप में वित्तीय अनुदान की घोषणा नहीं कर सकते। किसी भी परियोजना या योजना की घोषणा नहीं की जा सकती है, जिसका प्रभाव सत्ता में पार्टी के पक्ष में मतदाताओं को प्रभावित करने वाला हो, और मंत्री प्रचार उद्देश्यों के लिए आधिकारिक मशीनरी का उपयोग नहीं कर सकते हैं।
