लखनऊ। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हुआ। डेढ़ महीना बीत गया। बेसिक शिक्षा विभाग को अब बच्चों की यूनिफॉर्म और बैग के लिए तैयारी की याद आई है, वह भी गर्मियों की छुट्टियों में। अब शिक्षकों को कहा जा रहा है कि वे बच्चों का ब्योरा, आधार सीडिंग सहित डीबीटी की सभी तैयारियों पूरी कर लें। अब सवाल ये उठता है कि स्कूल बंद हैं। शिक्षक और बच्चों की छुट्टियां हैं तो ये तैयारी कैसे होगी ?प्रदेश के बेसिक स्कूलों में बच्चों को यूनिफॉर्म, बैग, जूते-मोजे के लिए सरकार अब डीबीटी के माध्यम से अभिभावक के खाते में 1200 रुपये एकमुश्त भेजती है। अप्रैल से सत्र शुरू हो जाता है। हर साल लेटलतीफी और तकनीकी दिक्कतों के कारण सभी बच्चों के खाते में सत्र के अंत तक यह धनराशि नहीं पहुंच पाती।इस बार भी एक अप्रैल से अभी तक इसकी प्रक्रिया तक शुरू नहीं हो सकी है। अब बेसिक शिक्षा निदेशक ने आदेश दिया है कि 30 मई तक इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। कहा गया है कि जो छात्र स्कूल छोड़ गए हैं, उनके नाम हटाए जाएं और जो नए दाखिल हुए हैं, उनके नाम जोड़े जाएं। उसके बाद पूरा ब्योरा भेजा जाए। इसमें आधार सीडिंग का ब्योरा अपलोड किया जाए।शिक्षकों का कहना है कि गर्मियों की छुट्टियों में यह आदेश किया गया है। शिक्षक हर समय अपने पास पूरा ब्योरा नहीं रखते। स्कूल में दस्तावेज होते हैं। उसे देखकर भरना होता है। छुट्टियों में शिक्षक घूमने और अन्य काम से बाहर भी जाते हैं। बाहर के कुछ अपने घर या मूल निवास पर चले जाते हैं। जब स्कूल खुले थे, तभी यह काम करा लेना चाहिए था। इससे तो अब बच्चों की यूनिफॉर्म का काम और लेट होगा। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल कहते हैं कि ज्यादातर ब्योरा ऑनलाइन होता है। अभी से तैयारी के लिए इसलिए कहा जा रहा है ताकि आचार संहिता खत्म होते ही धनराशि अभिभावकों के खाते में भेजी जा सके।
