लखनऊ,29 मई 2024 (यूएनएस)। राजधानी लखनऊ में करंट लगने से संविदाकर्मी लाइनमैन की मौत हो गई है। बुधवार सुबह वह 11 हजार वोल्ट की केबल लाइन का फॉल्ट ठीक कर रहा था। उसी दौरान करंट की चपेट में आने से लाइनमैन की मौत हो गई है। वह लखनऊ के बालाघाट विद्युत केंद्र पर तैनात था। जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के ठाकुरगंज, हितई दौलतगंज निवासी सिकंदर लोधी बालाघाट विद्युत उपकेंद्र पर संविदाकर्मी के तौर पर तैनात थे। मंगलवार की रात करीब 8 बजे 11 हजार वोल्ट की लाइन में फॉल्ट ठीक करने के लिए गए। उनके साथ अवर अभियंता मनीराम और एसडीओ पुरुषोत्तम कुमार भी मौजूद थे। आरोप है कि जब बिजली कर्मचारी फॉल्ट ठीक करने लगे तभी अचानक 11 हजार वोल्ट की लाइन में करंट दौड़ गया, जिससे सिकंदर बुरी तरह झुलस गया। मौजूद लोग उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि, बिना शटडाउन लिए ही फॉल्ट ठीक कराया जा रहा था। मृतक के रिश्तेदार ने कहा, यह पूरी तरह से लापरवाही का मामला है। मृतक का एक लड़का और एक लड़की है। क्या यह सरकार उन्हें 10-20 लाख रुपए मुआवजा देकर जीवनभर की गारंटी लेगी? स्थानीय लोगों ने कहा कि मृतक की पत्नी सुनीता, बेटे प्रिंस और बेटी मुस्कान की दुनिया उजड़ गई, क्योंकि सिकंदर घर में अकेला कमाने वाला था। परिजनों और रिश्तेदारों ने मृतक के परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा और पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है। बिजली निविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद खालिद ने बताया कि अधिकारी 12-12 घंटे तो काम कराते ही हैं, अब वे 24 घंटे काम करवा रहे हैं। ऐसे में बिजलीकर्मियों की सुरक्षा खतरे में है। कई कर्माचारी ऐसे हैं, जिनके साथ दुर्घटना हो चुकी है। कई घटनाएं सामने नहीं आ पाती हैं। 11 हजार वोल्ट की लाइन हो या 33 हजार वोल्ट की लाइन, ऐसे काम के दौरान जेई और एसडीओ का रहना अनिवार्य होता है। लेकिन अधिकारी ऐसी जगहों पर नहीं जाते हैं और 8 हजार की सैलरी पाने वालों को भेज दिया जाता है।
