उरई/जालौन । जालौन में आबकारी विभाग द्वारा बांटे गए भांग के ठेके पर अवैध तरीके से गांजा बेचा जा रहा था। जिससे युवाओं में नशा की प्रवृत्ति बढ़ रही थी। आबकारी विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई न किए जाने के बाद मंगलवार शाम को पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ईरज राजा के निर्देश पर एसओजी और सर्विलांस टीम में जनपद के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी करते हुए भांग की दुकानों पर बेचे जा रहे लाखों रुपए की गांजे को बरामद किया है। इस दौरान टीम ने सात लोगों को भी गिरफ्तार किया है। जिनके पास से लाखों रुपए का गांजा बरामद हुआ है। आबकारी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष भांग के ठेके उठाए जाते हैं। जिससे सरकार को राजस्व मिल सके मगर इस भांग की दुकानों पर अवैध तरीके से आबकारी विभाग की मिली भगत से गांजा बेचा जा रहा था, मगर आबकारी विभाग द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। इसकी शिकायत लगातार पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ईरज राजा को मिल रही थी, जिसके बाद उन्होंने ठोस कदम उठाते हुए एसओजी सर्विलांस और सभी थानों के साथ कोतवाली पुलिस को निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर भांग के ठेके हैं। वहां पर विशेष अभियान चलाकर जांच की जाए। जिसके बाद मंगलवार को एसओजी, सर्विलांस टीम ने पुलिस की मदद से जनपद के उरई, जालौन, गोहन थाना क्षेत्रों में अचानक भांग की दुकानों पर छापेमारी की। यहां से पुलिस टीम को भारी मात्रा में गांजे की पुड़िया बरामद हुई, जिसको भांग के सरकारी ठेके पर युवाओं को बेचा जा रहा था, पुलिस टीम ने इस दौरान सात लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। एसओजी और सर्विलांस टीम ने इन लोगों के पास से हजारों की तादाद में गांजे की पुड़िया बरामद की है। जिसकी कीमत लाखों रुपए है, इस दौरान पुलिस ने पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
000000
