इस बार नीट की परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। सूत्रों का दावा है कि इस पेपर लीक मामले में हरियाणा के कुछ लोगों की भूमिका है, इसलिए अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम हरियाणा का रुख कर सकती है। नीट यूजी पेपर लीक मामले में जांच कर रही सीबीआई को अब इसमें हरियाणा के कनेक्शन का शक है। सीबीआई को ऐसे इनपुट मिले हैं, जिससे जांच हरियाणा की तरफ मुड़ गई है। सीबीआई ने पहले से पेपर लीक मामलों में शामिल रहे कुछ आरोपियों और कुछ कोचिंग सेंटर संचालकों को निशाने पर लिया है। फिलहाल सीबीआई दस्तावेज और कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है। वहीं, कई खुफिया एजेंसी भी इस मामले में जानकारी जुटा रही है। सूत्रों का दावा है कि इस पेपर लीक मामले में हरियाणा के कुछ लोगों की भूमिका है, जल्द इसका खुलासा हो सकता है।इस मामले में अब तक सीबीआई की टीमें बिहार, झारखंड और गुजराज समेत अन्य राज्यों में छापे डालकर आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। जांच एजेंसी को इन लोगों से ऐसे इनपुट मिले हैं, जिससे जांच हरियाणा की तरफ मुड़ गई है। क्योंकि पेपर लीक और दूसरे के स्थान पर पेपर देने के मामले में हरियाणा पहले से बदनाम है। हरियाणा के युवा दूसरे राज्यों के पेपर लीक मामलों में भी शामिल रहे हैं। इनके अलावा, कुछ कोचिंग सेंटर संचालक भी इस प्रकार की गड़बड़ी में पहले पकड़े जा चुके हैं।
कई जिले पेपर लीक के लिए बदनाम
पेपर लीक और पैसे लेकर दूसरे के स्थान पर पेपर देने के मामले में हरियाणा के कई जिले खासे बदनाम हैं। इनमें रोहतक, सोनीपत, झज्जर, चरखी दादरी, नूंह जिले शामिल हैं। खुद हरियाणा सरकार इन जिलों में किसी भी सरकारी भर्ती की लिखित परीक्षा कराने से बचती रही है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं के केंद्र यहां नहीं बनाए जाते। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि पेपर लीक और इस तरह कई फर्जीवाड़े इन जिलों में पहले सामने आ चुके हैं।
बहादुरगढ़ सेंटर का नाम विवाद से जुड़ा
5 मई को बहादुरगढ़ के तीन केंद्रों पर नीट की परीक्षा ली गई थी। हरदयाल स्कूल में परीक्षा देने वाले चार छात्रों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए थे। विवाद के बाद जिले में 23 जून को दोबारा परीक्षा हुई। इसमें 504 से 287 विद्यार्थियों ने ही परीक्षा दी। पिछली बार हुई परीक्षा में एक अभ्यर्थी ने ग्रेस मार्क्स के साथ 720 अंक पाए थे। दोबारा परीक्षा देने पर उसे 677 अंक मिले हैं। इसी प्रकार से पिछली बार ग्रेस मार्क्स के साथ 720 अंक पाने वाले अभ्यर्थी को इस बार 637 अंक मिले हैं। पिछली बार बिना ग्रेस मार्क्स के उसके 642 अंक थे।
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