लखनऊ। यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने आकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार पर हर मोर्चे पर असफल रहने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। ,बिजली कटौती पर चर्चा को लेकर सपा विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया। उसके बाद जमकर हंगाम और सरकार बिरोधी नारे भी लगाए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर सरकार विरोधी नारे लिखे थे। भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग अपनी पीठ पर एक पोस्टर चिपकाकर आये थे, जिस पर लिखा था कि भदोही विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित महायोजना को जनहित में रद्द किया जाए। सदन में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के पाठ के बाद कार्यवाही शुरू हुई और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन के नेता मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से नये मंत्रियों का परिचय कराने को कहा। योगी ने राज्य में हाल में मंत्री बनाये गये पंचायती राज, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर, कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान, विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार और इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा का सदन से परिचय कराया। इसके बाद महाना ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय का परिचय कराते हुए बताया कि पांडेय सात बार के विधायक हैं और दो बार विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। विधानसभा के मॉनसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने से एक दिन पूर्व रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को भेजे एक पत्र में माता प्रसाद पांडेय (82) को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने का अनुरोध किया था। यह पद सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुआ था। पांडेय ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार प्रकट करते हुए प्रदेश में बाढ़, विद्युत व्यवस्था की बदहाली और भ्रष्टाचार का मामला उठाया। इसी बीच सपा सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने आकर सरकार विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। सदन में सपा के कई सदस्यों के सांसद चुने जाने और राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा का समर्थन करने वाले कुछ सदस्यों की सीटों में भी बदलाव देखा गया। नेता प्रतिपक्ष की सीट पर माता प्रसाद पांडेय बैठे। उनके बगल में वरिष्ठ सदस्य शिवपाल सिंह यादव बैठे थे। पूर्व में मुख्य सचेतक रहे मनोज पांडेय की जगह मुख्य सचेतक बनाये गये कमाल अख्तर सपा की व्यवस्था संभालते नजर आए। राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा का समर्थन करने वाले राकेश प्रताप सिंह जहां जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह के बगल में बैठे दिखे, वहीं सपा के एक अन्य सदस्य अभय सिंह पीछे बैठे थे। लोकसभा चुनाव के दौरान सपा से दूरी बनाने वाली पार्टी विधायक पल्लवी पटेल सपा सदस्यों के साथ दूसरी कतार में ही नजर आयीं। हालांकि जब सदस्यों ने आसन के समक्ष जाकर प्रदर्शन शुरू किया तब वह अपनी सीट पर ही बैठी रहीं। सपा के एक विधायक ने बताया कि कुछ सदस्यों के सांसद चुने जाने और नेता प्रतिपक्ष, मुख्य सचेतक के पदों पर पदासीन नये चेहरों की वजह से सीटों में बदलाव हुआ है। सपा के कई वरिष्ठ विधायक सीटों में बदलाव को लेकर असंतुष्ट दिखे। सदन में प्रवेश करते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष की सीट के पास जाकर उन्हें बधाई दी और सत्ता तथा विपक्ष के सदस्यों से गर्मजोशी से मिले।
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