जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में आज होटल पैराडाइज पडरौना में स्वच्छ भारत मिशन फेज. 2 के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन विषयक दो दिवसीय उन्मुखीकरण व कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। उक्त कार्यशाला को संबोधित करते हुए व प्रशिक्षण का उद्देश्य बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से नए मॉडल व गुणवत्तापूर्ण चीजों को अडॉप्ट किया जाना चाहिए। उन्होनें कहा कि इससे पहले भी फेज 1 के कार्य का प्रशिक्षण हुआ है किंतु वे ज्यादा प्रभावी नहीं थे। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसा कार्य करें जो लाभकारीए प्रभावीए उपयोगी व गुणवत्तापूर्ण हों। कचरा एकत्रीकरण के संदर्भ में जिलाधिकारी ने कहा कि ई रिक्शा के माध्यम से डोर टू डोर कचरा एकत्रीकरण व पृथक्कीकरण हो। सरकार के द्वारा खर्च किये जा रहे धन का उपयोगी इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरआरसी सेंटर से प्राप्त खाद की बिक्री हेतु स्वयं सहायता समूह को इससे जोड़ा जाए और विभिन्न नर्सरियों को खाद उपलब्ध कराया जाए। इससे यह आय सृजन का एक माध्यम बनेग। प्रचार.प्रसार के माध्यम से कुड़े के एकत्रीकरण एवं पृथकीकरण किया जाए। उन्होनें उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण को सही रूप से लिया जाए व उसका फायदा उठाया जाए। इस अवसर पर प्रशिक्षक प्रदीप कुमार द्वारा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु विभिन्न पद्धतियों का जिक्र किया गया। इस क्रम में कूड़ा एकत्रीकरणए पृथकीकरणए पानी के सही से निष्पादन हेतु विभिन्न पद्धति के प्रयोग हेतु बताया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस संदर्भ में कार्य योजना को कैसे बेहतर बनाया जाए और स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में गांव का प्रदर्शन कैसे अच्छा हो। इस क्रम में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन में विभिन्न संरचनाओं की भी बात की गई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवालए मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदीए जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी व सभी संबंधित प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
