हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर राज्य की एकमात्र सीट पर मुकाबले को मजबूर कर दिया है। जबकि कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के 25 विधायक हैं, चुनाव को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जाएगा। दावा किया जा रहा कि हिमाचल प्रदेश में क्रास वोटिंग हुई है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की अफवाहों पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मेरी अंतरात्मा साफ है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कहा कि जब नतीजे आएंगे तब देखेंगे और स्थिति का सामना करेंगे।’ हम नैया पार लगा लेंगे, हमारे पास बहुमत है। हमें संकेत था कि वे (बीजेपी) धनबल का इस्तेमाल करेंगे। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारे सभी विधायकों ने चुनाव के लिए मतदान किया है। मुझे उम्मीद है कि उन सभी ने पार्टी की विचारधारा पर वोट किया होगा।’ परिणाम घोषित होने के बाद ही हम कुछ कह सकते हैं। ‘बीजेपी में अंतर-आत्मा नाम की चीज नहीं है, वाह तो पैसा अंतर-आत्मा चलता है’।
भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के जीत के दावों के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को पार्टी उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को वोट देने के लिए व्हिप जारी किया था। तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। महाजन बार-बार कहते रहे हैं कि वह सभी विधायकों को अच्छी तरह जानते हैं और उनके साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जीत की उम्मीद है।
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