उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से योगी आदित्यनाथ को हटाने का अभियान चलाने वालों के हाथ एक बार फिर निराशा लगी है क्योंकि भाजपा आलाकमान ने तय किया है कि प्रदेश सरकार के नेतृत्व में कोई परिवर्तन नहीं किया जायेगा। यह भी बताया जा रहा है कि दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी अपने पदों पर बने रहेंगे। मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने आज लखनऊ में भाजपा विधायक दल की बैठक में भाग लिया और इस दौरान तीनों आपस में बातचीत करते और मुस्कुराते हुए भी नजर आये। हम आपको बता दें कि हाल तक ऐसी खबरें थीं कि केशव प्रसाद मौर्य कैबिनेट की बैठकों में नहीं जा रहे हैं। ब्रजेश पाठक भी मुख्यमंत्री से नाराज बताये जा रहे थे। खुद मुख्यमंत्री भी कई बैठकों में अपने दोनों उपमुख्यमंत्रियों को नहीं बुला रहे थे जिससे टकराव की खबरों को बल मिल रहा था। केशव प्रसाद मौर्य ने तो सरकार से बड़ा संगठन है, की बात कह कर संकेत दिये थे कि वह सरकार से संगठन में जाना चाह रहे हैं।हम आपको बता दें कि गत सप्ताह के अंत में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पार्टी के संगठन महासचिव समेत पार्टी के तमाम राष्ट्रीय पदाधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री परिषद की बैठक से इतर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने योगी, केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से अलग से मुलाकात की और एकजुटता से काम करते रहने का निर्देश दिया। आज से उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र भी शुरू हो रहा है इसलिए पार्टी को एकजुट होकर विपक्ष का सामना करने को कहा गया है। साथ ही यूपी में जल्द होने वाले विधानसभा उपचुनावों की तैयारियों में जुटने का निर्देश भी दिया गया है। बताया जा रहा है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में विभिन्न निगमों, बोर्डों और समितियों में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनोनीत करने का अभियान भी चलाने जा रही है। इसके लिए पार्टी के निष्ठावान नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम जिलों से मंगाये जा रहे हैं।जहां तक मुख्यमंत्री परिषद की बात है तो आपको बता दें कि इसमें केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारने के साथ ही लोकसभा चुनाव के परिणामों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि योगी ने बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही योजनाओं पर विस्तृत प्रेजेंन्टेशन दिया। योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की योजनाओं और लक्ष्यों की जानकारी तो दी ही साथ ही बताया कि कैसे उत्तर प्रदेश को ‘एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था’ वाला राज्य बनाने को लेकर कार्य किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री योगी की योजनाओं से संतुष्ट नजर आये। माना यह भी जा रहा है कि योगी को उत्तर प्रदेश में काम करने के लिए फ्री हैंड दे दिया गया है और अब जल्द ही प्रदेश सरकार कुछ बड़े और कड़े फैसले ले सकती है।जहां तक विधानसभा सत्र की बात है तो आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ये मानसून सत्र है। उन्होंने कहा कि प्रदेश आज देश की सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हुआ है और यही कारण है कि यूपी ने पिछले 7 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में जिन ऊंचाईयों का प्राप्त किया वह अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि सदन की कार्रवाई सुचारू रूप से चले और इसमें सभी का योगदान मिल सके इसके लिए मैं सभी जनप्रतिविधियों का आह्वान करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं सभी विपक्षी दलों से कहूंगा कि वे जिन मुद्दों को लेकर सदन का ध्यान अपनी ओर करना चाहेंगे, प्रदेश की जनता से जुड़ी हुई समस्या का हल करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देगी। सदन की कार्रवाई अच्छे से चल सके इसके लिए मैं सबसे अपील करूंगा कि वे सभी सकारात्मक सहयोग दें।
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