लखनऊ । मोहनलालगंज में निगोहां के जवाहरखेड़ा गांव में पिछले एक सप्ताह से भेड़िया आने की अफवाह से चलते ग्रामीणों में दहशत है। गांव वाले शाम होते ही अपने बच्चों समेत घरों में कैद हो जाते हैं। अपने मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर बांध देते हैं। शनिवार को निगोहां के गौसनगर में भेड़िया देखे जाने की अफवाह से दहशत और बढ़ गई है। जवाहरखेड़ा गांव में एक किसान का बछड़ा अचानक गायब हो गया। कुछ दूरी पर खून और पंजों के निशान मिले। गांव के कुछ लोगों ने इसे भेड़िया का हमला मान लिया। इसके बाद पूरे गांव में भेड़िया के आने की अफवाह फैल गई। इससे गांव वाले भयभीत हो गए। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पंजों के निशान की जांच की। जांच में पता चला कि ये निशान भेड़िया के नहीं, बल्कि कुत्ते के हैं। हालांकि, ग्रामीणों की दहशत कम नहीं हुई। वन विभाग ने गांव में निगरानी के लिए अपनी टीम तैनात कर दी। भले ही वन विभाग ने स्पष्ट कर दिया कि भेड़िया नहीं है, फिर भी ग्रामीणों की दहशत खत्म नहीं हो रही है। गांव के शंकर ने दावा किया कि उसने दो दिन पहले भेड़िया देखा था। शंकर के अनुसार, उसने भेड़िए पर डंडे से वार भी किया था। जिसके बाद से गांव वालों में भय और बढ़ गया। इसी तरह, निगोहां के गौसनगर में शनिवार की रात को किसी अज्ञात जानवर को देखने के बाद भेड़िया आने की अफवाह फैली। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो वहां मिले पंजों के निशान बिल्ली के पाए गए। कुछ गांव के बुजुर्गों ने दावा किया कि गांव में रोजाना कुछ बाहरी आराजकतत्व आकर भेड़िया की अफवाह फैलाते हैं। इससे लोग डरे हुए हैं। डिप्टी रेंजर अभिषेक चौधरी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। वन विभाग की टीम की बातों पर विश्वास करें। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी अनहोनी की स्थिति में वन विभाग को तुरंत सूचित करें।
