वाराणसी । वाराणसी नगर निगम मिनी सदन की बैठक आज महापौर अशोक तिवारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक टाउन हॉल स्थित विजय नगर हॉल में दोपहर 12.30 बजे शुरू हुई। मीटिंग में पार्षदों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर का समय निर्धारित किया गया। इसके बाद पार्षदों ने अपने प्रश्नों को पूछना शुरू किया। प्रश्नकाल के दौरान अधिकारियों द्वारा समुचित जवाब ना दिए जाने पर महापौर नाराज जताई। सपा के पार्षद भैया लाल यादव और मेयर के बीच कुछ देर तक बहस हुई। जिसमें सपा पार्षद मेयर पर कार्य और कराने में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए सदन से बाहर आ गये।
उन्होंने कहा कि बजट को लेकर बैठक चल रही हैं। मेयर को शहर की समस्या से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब हम विकास कार्य पर सवाल करने लगे तो मेयर ने हमें बैठा दिया। उन्होंने कहा कि सपा के कुछ पार्षद मेयर के चमचे हैं लेकिन मैं अपने पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करता हूं। सदन में हेरिटेज लाइट को लेकर सवाल किया गया। जिस पर महापौर ने अभियंता अजय सक्सेना से कहा कि आप की शिकायत हमको सबसे ज्यादा आता हैं। आखिर आप के पास डाटा नहीं रहेगा तो फिर किसके पास रहेगा। अभियंता ने नवरात्रि तक का समय मांगा है। महापौर ने कहा कि हमको पूरा रिपोर्ट चाहिए अन्यथा कार्रवाई करनी पड़ेगी हमको। भाईया लाल यादव के व्यवहार से नाराज नेता प्रतिपक्ष अमर देव यादव सदन छोड़कर वापस जाने लगे जिसपर सभी ने उन्हें मनाकर वापस में बैठाया। उनका कहना है कि हमें ऐसे नेता का क्या आवश्यकता जो अपने निजी काम को लेकर सभी पार्टी के नेता को दलाल बोल रहे हैं। सपा पार्षद भाईया लाल यादव द्वारा नगर आयुक्त से विकास कार्यों को लेकर जमकर बहसबाजी हुई। जिसपर भाईया लाल यादव द्वारा मेयर को बोला गया कि सरकार आने पर देख लूंगा।उसपर सदन में 5 मिनट तक जमकर माफी मांगने को लेकर जमकर नारेबाजी की गईघ्। अशोक तिवारी द्वारा सभी भाजपा पार्षदों को बैठाकर शांत कराया गया। उसके बाद अधिकारियों को सपा पार्षद के वार्ड में हुए कार्यों की सूची मांगी गई।
निगम के पेट्रोल पम्प होने पर कमीशन का हो रहा नुकसान मदन मोहन दूबे ने कहा नगर निगम स्वयं का पेटोल पम्प हुआ करता था। क्या वह पम्प बंद हो गया। बंद होने से नगर निगम को पेट्रोल में कितना आर्थिक नुकसान होता है। इसकी पूरी जानकारी दी जाय। जिसपर प्रभारी परिवहन अजय सेक्सेना जवाब नहीं दे पाए। बताया जा रहा हैं कि 84 हजार लीटर प्रतिदिन डीजल का खर्च हो रहा हैं। जिसपर 1 रूपए कमीशन का नुक्सान निगम को हो रहा हैं।
सदन में लगभग 40 से अधिक पार्षदों ने सिर्फ सड़क और सीवर की समस्या का मुद्दा उठाया पारसंजय कुमार गुजराती द्वारा स्मार्ट सिटी द्वारा गलियों में लगाए गए चौका-पत्थर जगह-जगह उखड़ गए हैं जिसकी मरम्मत करवाने की अत्यन्त आवश्यकता है का मु्द्दा उठाया। जिसपर नगर आयुक्त ने जल्द ठीक कराने की बात कही। इसके अलावा पार्षद भैया लाल यादवघ् ने कहा कि सीवर और पानी की समस्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमको बताया जाए कि सीवर और पाइप लाइन की समस्या कब खत्म होगा। उन्होंने कहा कि सदन में कहा जाता है बजट बहुत है लेकिन काम लेकर जाने पर बोला जाता है कि बजट नहीं हैं। उन्होंने कि 10 साल हो गया सीवर की पाइप नहीं बदला गया। गलियों के पत्थरों की मरम्मत नहीं बदला गया। नगर निगम में पार्षदों द्वारा सही तरह से सफाई व्यवस्था न होने का मुद्दा उठाया गया। जिसपर मेयर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से प्रश्न किया गया कि वार्डों में कितने सफाई कर्मी है जिसपर नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा सही जवाब न दे पाने पर नाराज हो गये। उन्होंने कहा कि आप 10 मिनट के अंदर पूरी संख्या की जानकारी सदन को दो। उन्होंने यह भी कहा कि सभी पार्षदों को सुपरवाइजर और सफाईकर्मी के नाम और नम्बर उपलब्ध कराया जाए।इसके अलावा नई विज्ञापन पालिसी को लागू कराने से पूर्व चर्चा की गई। यही नहीं शहर की सड़क, पानी, सीवर, अतिक्रमण, सफाई, छुट्टा पशुओं, स्ट्रीट लाइट, लाइसेंस शुल्क, गृहकर, जलकर, सीवर कर पर चर्चा शुरू हुई।
