केंद्र शासित प्रदेश में सबसे पुरानी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है। इन दोनों दलों ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था। इसे 48 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल हुई है।वर्ष 2019 के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली। इस पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बधाई दी। साथ ही कहा कि यह गठबंधन का जनादेश जम्मू-कश्मीर की गरिमा और राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए है, जिसे केंद्र सरकार ने गलत तरीके से छीन लिया।
क्या बोले तमिलनाडु के सीएम?
सीएम स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को जम्मू-कश्मीर के लोगों को जीत के लिए बधाई। यह लोकतंत्र और देश के लिए सिर्फ जीत से अधिक है। यह जम्मू-कश्मीर की गरिमा और राज्य का दर्जा बहाल करने की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक जनादेश है, जिसे केंद्र की भाजपा सरकार ने अन्यायपूर्ण तरीके से छीन लिया था।’
उन्होंने आगे कहा कि यह पल एक न्यायपूर्ण और समावेशी भविष्य की शुरुआत का प्रतीक है जो हर कश्मीरी की उम्मीदों का सम्मान करता है।
किसके पाले में कितनी सीटें?
बता दें, केंद्र शासित प्रदेश में यहां की सबसे पुरानी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है। इन दोनों दलों ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था। राज्य में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं और बहुमत के 46 विधायकों की जरूरत है। एनसी-कांग्रेस गठबंधन ने सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ा था और इसे 48 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल हुई है।जम्मू कश्मीर की कुल 90 सीटों में से 42 पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और छह पर कांग्रेस जीती है। भाजपा को 29 और अन्य उम्मीदवारों को सात सीटें मिली हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को तीन सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा एक-एक सीट पर आम आदमी पार्टी, सीपीएम और जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस जीती है। चूंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस की गठबंधन है इसलिए इसे पूर्ण बहुमत मिल चुका है।
