राजधानी में पुलिस हिरासत में मौत के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यदि जांच में पुलिस अधिकारी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। राजधानी लखनऊ में दो दिन पहले पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत हो गई थी। इस पर सोमवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने इसे काफी गंभीरता से लिया है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में मौत के मामले में उच्चस्तरीय जांच चल रही है। मामले में मां की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। यदि पुलिस अधिकारी भी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भाई को भी लॉकअप में डाल दिया था
बताते चलें कि चचेरे भाई से पैसों के विवाद में पुलिस ने मोहित पांडेय को घर से उठाया था। उसे छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे उसके भाई शोभाराम को भी पुलिस ने बंद कर दिया था। लॉकअप में उसकी आंखों के सामने भाई मोहित की तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
भाई बोला- लॉकअप में किया गया टॉर्चर
लॉकअप में मोहित के साथ बंद उसके भाई शोभाराम ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि भाई को लॉकअप में टॉर्चर किया गया है। उसे पीटा गया है। तबीयत खराब होने के बाद भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। मामले में मां की तहरीर पर चिनहट थाना इंस्पेक्टर और चचेरे भाई आदेश सहित कई लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस हिरासत में मोहित पांडेय की मौत के बाद सोमवार को पीड़ित परिवार ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से भी मुलाकात की। उनसे न्याय की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
