मुंबई महानगर में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। इधर, प्रदूषण का स्तर दिवाली की तुलना में अधिक पाया गया है। लक्ष्मी पूजा के अगले दिन औसतन वायु गुणवत्ता 174 एक्यूआई थी, जबकि पिछले शनिवार से मुंबई की वायु गुणवत्ता 187 से 194 एक्यूआई के बीच दर्ज की जा रही है। मुंबई में बढ़ा वायु प्रदूषण, अंधेरी वेस्ट, चेंबूर, कोलाबा, मलाड समेत कई इलाकों में एक्यूआई ने बढ़ाई चिंता मुंबई के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता 200 एक्यूआई के पार पहुंच गई है, जो कि चिंता का विषय हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार मोटर वाहन, कंस्ट्रक्शन और कंपनियां प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है ही, लेकिन तापमान में गिरावट के कारण भी प्रदूषण कण तत्व वायुमंडल में टिक रहे हैं। शहर में स्मॉग भी देखने को मिल रहा है। वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करने वाले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एफ समीर के अनुसार, सोमवार को मुंबई का औसतन वायु गुणवत्ता 190 एक्यूआई दर्ज किया गया, जिसे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं माना जाता।
इन क्षेत्रों की हवा रही खराब
मुंबई में सोमवार को सबसे अधिक घाटकोपर में 284 एक्यूआई दर्ज किया गया, उसके बाद चेंबूर में 255, बीकेसी में 234 और शिवडी की वायु गुणवत्ता 226 एक्यूआई दर्ज की गई। इसके अलावा अन्य सभी जगहों पर वायु गुणवत्ता का स्तर 100 से 200 एक्यूआई की बीच रहा।
तीन सप्ताह तक ऐसी ही रहेगी स्थिति
वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली सरकारी संस्था सफर के निदेशक गुफरान बेग ने बताया, आगामी 3 सप्ताह तक मुंबई के एक्यूआई में सुधार की गुंजाइश बहुत कम है। मुंबई में वाहनों, कंस्ट्रक्शन साइट और कंपनियों से उत्सर्जित होने वाले धुएं प्रदूषण का प्रमुख कारण है, आमतौर पर समुद्र से आने वाली हवाएं प्रदूषण कण को मुंबई से बहा ले जाती है, लेकिन अब तापमान में गिरावट के कारण और हवा का रुख बदलने के चलते प्रदूषण के कण वायुंडल में अधिक देर तक टिके रहते हैं।फिलहाल तो प्रदूषण से किसी प्रकार की कोई राहत मिलने के आसार नजर नहीं हैं। बता दें कि बीकेसी और घाटकोपर में अधिक वाहनों के आवागम के कारण प्रदूषण स्तर अधिक रहता है।
