मेघालय ने राजकोट में खेले गए ग्रुप ए के मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट पर 142 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए अभिषेक ने तेज तर्रार पारी खेली और 29 गेंदों पर आठ चौकों और 11 छक्कों की मदद से नाबाद 106 रन बनाए।भारतीय टीम के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया और मेघालय के खिलाफ महज 28 गेंदों पर शतक जड़ा। अभिषेक इसके साथ ही टी20 प्रारूप में सबसे तेज सैकड़ा लगाने वाले संयुक्त रूप से दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने गुजरात के उर्विल पटेल की बराबरी कर ली है जिन्होंने हाल ही में इसी टूर्नामेंट में 28 गेंदों पर शतक लगाया था। टी20 में सबसे तेज शतक जड़ने का रिकॉर्ड एस्टोनिया के साहिल चौहान के नाम है जिन्होंने इसी वर्ष साइप्रस के खिलाफ 27 गेंदों पर ऐसा किया था। मेघालय ने राजकोट में खेले गए ग्रुप ए के मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट पर 142 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए अभिषेक ने तेज तर्रार पारी खेली और 29 गेंदों पर आठ चौकों और 11 छक्कों की मदद से नाबाद 106 रन बनाए। अभिषेक की शानदार पारी के दम पर पंजाब ने 9.3 ओवर में तीन विकेट पर 144 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। अभिषेक भारत के लिए संयुक्त रूप से खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
अभिषेक ने 98 रन सिर्फ बाउंड्री से बनाए
अभिषेक की बल्लेबाजी इतनी शानदार रही कि उन्होंने 98 रन सिर्फ बाउंड्री से निकाले। इस दौरान अभिषेक का स्ट्राइक रेट 365.52 का रहा। अभिषेक इस साल शानदार फॉर्म में रहे हैं और उन्होंने आईपीएल 2024 में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ भी दमदार शतक लगाया था। अभिषेक भारत के लिए अब तक 12 टी20 मैचों में 171.81 के स्ट्राइक रेट से 256 रन बना चुके हैं। आईपीएल में अभिषेक ने अब तक 63 मैचों में 155.13 के स्ट्राइक रेट से 1376 रन बनाए हैं।
उर्विल ने तोड़ा था पंत का रिकॉर्ड
अभिषेक से पहले गुजरात के विकेटकीपर बल्लेबाज उर्विल पटेल ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में त्रिपुरा के खिलाफ दमदार पारी खेली थी और ऋषभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। उर्विल से टी20 में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड पंत के नाम था जिन्होंने 2018 में इसी टूर्नामेंट में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 32 गेंदों पर शतक लगाया था। उर्विल ने अपनी पारी में 12 छक्के और सात चौके लगाए थे।
