राजकुमार राव मंझी हुई कलाकारी और अपनी कॉमेडी फिल्मों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं इसी बीच एक्टर अपनी एक और दमदार फिल्म के साथ लोगों का मनोरंजन करने आ रहे हैं जिसका नाम है भूल चूक माफ। फिल्म में राजकुमार के साथ वामिका गब्बी मुख्य भूमिका में नजर आएंगी। पहले यह फिल्म 9 मई 2025 को थिएटर में रिलीज होने वाली थी लेकिन अब मेकर्स ने इसे 23 मई को रिलीज करने का फैसला लिया है। फिल्म के बारें में डायरेक्टर करण शर्मा, राजकुमार राव और वामिका गब्बी ने खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश
मुझे अच्छा लगा ये टाइटल। हम कई बार कुछ भी काम करने से पहले कहते हैं ने भूल चूक माफ, कुछ गलती हो जाए तो माफ कर देना। तो इतना मैंने सुन लिया था कि मुझे लगा कि इसके उपर फिल्म बनानी चाहिए। बहुत अच्छा टाइटल होगा और मैंने फिर ये फिल्म बना दी है।
सवालः बनारस में शूट करना फिल्म को कितना खास और अलग बनाता है?
बनारस को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। बनारस की खूबसूरती ही ऐसी ही कि किसी का भी मन मोह ले। वहां कल्चर बहुत मिला जुला है। बनारस छोटा शहर नहीं है आप जिस दिन बनारस जाओगे आपको महसूस होगा आप बहुत छोटे हो। मै वहां जितनी बार जाता हूं हर बार एक नया एक्सपीरियंस मिलता है। बनारस का खाना वहां की गलियां, लोग सब कुछ बहुत अच्छी हैं तो ऐसे में फिल्म के लिए वहां शूट करना एक अलग ही अनुभव था। वहां के घाटों का अनुभव ऐसा लगता है जैसे शांति, भागदौड़ से दूर तो मुझे बस यही शांति यही कल्चर अपनी फिल्म में दिखाना था।
राजकुमार राव
सवालः मैड डॉग के साथ तो आपका बहुत पुराना रिश्ता है। तो ये क्रिएटिव रिश्ता सालों में कैसे बदला?
हमारी जर्नी राबता से शुरु हुई थी जिसमें मेरा छोटा सा रोल था उसके बाद फिर 2018 में स्त्री की। स्त्री मेरे लिए बहुत खास रही और डिनो के लिए भी। स्त्री से हम दोनों के लिए बहुत बड़ी सफल फिल्म साबित हुई। मेरे करियर में भी उस फिल्म ने नया मोड़ दिया तो मुझे लगता है वो रिश्ता वहीं से बन गया। उसी फिल्म ने मेरी और डिनो की क्रिएटिव जर्नी को एक नया मोड़ दिया। हमारे विचार काफी मिलते हैं। डिनो हर स्टेज पर फिल्म को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं चाहे वो स्क्रिप्ट हो, कास्टिंग हो, या प्रमोशन। मुझे ये बात बहुत पसंद है कि वो फिल्म को पूरी ईमानदारी से बनाते हैं।
सवालः आपके करियर में ऐसा कौन सा किरदार रहा जिसे निभाने के बाद आपको लगा की वाह मैं तो ये भी कर सकता हूं?
हर किरदार को करने के बाद लगता है कि अरे मैं तो यह भी कर सकता हूं। लेकिन कई किरदार काफी कठिन होते हैं जिनमें लगता है कि ये कैसे होगा। जैसे श्रीकांत हो गया बोस हो गया। क्योकीं इनका कोई रिफ्रेंस प्वाइंट नहीं होता। क्योंकी वो जिंदगी मैंने देखी नहीं है उसका अनुभव नहीं है मुझे। तो ऐसे किरदार निभाना चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन मजा आता है रंजन को करने में बहुत मनोरंजन है।
सवालः वामिका ने आपकी एक्टिंग की तारीफ की है। आप इसे प्रकृति से मिले हुनर के रूप में देखते हैं या ये अनुभव से आता है?
मैं मानता हूं कि यह अभ्यास और अनुभव का नतीजा है। रोज काम करना, हर सीन को समझना, हर किरदार की परतों को पकड़ना ये सब मिलकर आपको निखारते हैं। मैं हर फिल्म से कुछ नया सीखता हूं।
वामिका गब्बी
सवालः अपने किरदार के बारे में बताइए और राजकुमार के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
इस कैरेक्टर में एक सच्चाई थी, एक भावनात्मक गहराई थी जिसे मैं महसूस कर सकी। मुझे खुशी हुई कि मुझे यह रोल मिला, और उससे भी ज्यादा खुशी इस बात की थी कि इस फिल्म में मुझे राज और करण जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। मुझे बहुत खुशी हुई कि मुझे ये फिल्म और ये किरदार मिला। मैं उस किरदार को निभाकर बहुत संतुष्ट महसूस कर रही थी। मुझे बहुत खुशी हुई थी ये जानकर कि इस फिल्म का हिस्सा राजकुमार भी हैं। मुझे इस रोल में कोई मेरे जैसी ही मिल गई थी। तितली को सिर्फ प्यार ही चाहिए और कुछ नहीं।
सवालः राजकुमार अपनी कला में मास्टर हैं तो उनसे कितना कुछ सीखा?
राजकुमार की बात करूं तो वो चीजों को बहुत ध्यान से देखते और समझते हैं और मुझे लगता है कि ये सब आपकी ऑब्जर्वेशन और अब्सॉर्प्शन पर निर्भर करता है। राज इसमें बहुत अच्छे हैं। मैं चाहती हूं कि समय के साथ-साथ मैं भी ऐसा कर सकूं। अपने करियर में आगे जाकर। ये सब अनुभव से आता है। हर दिन करते हुए, हर दिन उससे कुछ न कुछ सीखते हुए धीरे-धीरे सब सहज हो जाता है। आप किरदारों को समझने लगते हैं और जान जाते हैं कि उसमें क्या लेकर आना है। मैंने राज के साथ काम करते हुए उनसे बहुत कुछ सीखा उनके काम करने के तरीके, उनका विनम्र स्वभाव, और उनका व्यवहार।
