आईपीएल के अपने पहले सीजन में वैभव ने कुल सात मैच खेले। इनमें उन्होंने 206.55 के स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने एक शतक और एक ही अर्धशतक ठोका। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा उन्हें टाटा कर्व कार दी गई। दिलचस्प बात यह है कि वैभव इस कार को चला नहीं पाएंगे।राजस्थान रॉयल्स के युवा स्टार बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन अवॉर्ड से नवाजा गया है। इस अवॉर्ड के साथ उन्हें टाटा कर्व कार इनाम के तौर पर मिली है। बिहार के लाल ने इस सत्र में कमाल का प्रदर्शन किया जिसका अब उन्हें फल मिला है।वैभव सूर्यवंशी का पहला सत्र शानदार रहा। राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए उन्होंने कई तूफानी पारियां खेलीं। बाएं हाथ के बल्लेबाज वैभव ने 28 अप्रैल को गुजरात टाइटंस के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 11 छक्के और सात चौके लगाए थे। वह आईपीएल में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बने थे। साथ ही वह आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बने थे। उन्होंने यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ा था।आईपीएल के अपने पहले सीजन में वैभव ने कुल सात मैच खेले। इनमें उन्होंने 206.55 के स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने एक शतक और एक ही अर्धशतक ठोका। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा उन्हें टाटा कर्व कार दी गई। दिलचस्प बात यह है कि वैभव इस कार को चला नहीं पाएंगे। इसका सबसे बड़ा कारण उनकी उम्र है। दरअसल, अभी वह सिर्फ 14 साल के हैं और उनका ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं बना है।वैभव ने अपनी आईपीएल करियर की पहली गेंद पर शार्दुल ठाकुर का सामना किया था और पहली गेंद पर छक्का लगाकर बता दिया कि उनमें कितनी प्रतिभा है। पहले ही आईपीएल मैच में 20 गेंदों में 34 रन की पारी वैभव की प्रतिभा की बानगी पेश की। उन्होंने इस सीजन सात मैचों में 206.55 के स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। उनका स्ट्राइक इस सीजन सात या उससे ज्यादा मैच खेलने वालों में दूसरा सर्वश्रेष्ठ रहा।
