लखनऊ। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित, राष्ट्रीय मत्स्य रोग निगरानी कार्यक्रम फेज 2 अंतर्गत आज उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में किसान-आधारित मत्स्य रोग निगरानी को सुदृढ़ करने हेतु “रिपोर्टफिशडीजीज ऐप” पर जागरुकता-सह-कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो द्वारा किया गया। कार्यशाला में संस्थान के डॉ पीके प्रधान प्रधान वैज्ञानिक एवं विभागाध्यक्ष विदेशज एवं जलीय जीव स्वास्थ्य प्रबंधन विभाग एवं डॉ.चंद्रभूषण कुमार ने सम्बोधन के साथ कार्यशाला में जनपद के सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए आये 150 मत्स्यपालकों का पंजीकरण कर उनको अपने फोन से अपने तालबों पर बैठे हुए मत्स्य रोग रिपोर्टिंग कैसे करना है, प्रत्यक्ष प्रशिक्षण दिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मत्स्य पालकों को उनकी मत्स्य फसल की सुरक्षा एवं उसके रोग उपचार हेतु संस्थान द्वारा विकसित मोबाइल एप्प के माध्यम से रेपोर्टिंग हेतु जागरूक करना था। मत्स्यपालक अपने आंड्रोइड अथवा आईफोन पर गूगल प्ले स्टोर से रिपोर्टफिशडीजीज एप्प डाउन लोड कर ओटीपी के माध्यम से उसमे पंजीकरण करके अपने क्षेत्र अथवा तलाब से किसी मत्स्यरोग संबन्धित समस्या का फोटो व विवरण भेज कर रेपोर्टिंग कर उस समस्या का समाधान पा सकते हैं एवं रोगों का उपचार कर भारी नुकसान से बच सकते हैं।कार्यक्रम को सहायक निदेशक मत्स्य के प्रतिनिधि विवेक निगम तथा संस्थान के तकनीकी अधिकारी डॉ. विकास साहू ने संबोधित करते हुए सभी मत्स्यकृषकों को जागरूक किया। कार्यक्रम में जनपद के मत्स्य कृषक उत्पादक संगठन- अभिनव मत्स्यजीवी सहकारी फेडरेशन ने भी अपने सदस्य मत्स्यपालकों के साथ सहभाग कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
